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उत्तरकाशी प्रेस क्लब में तोड़फोड़ और आगजनी, पत्रकारिता की आवाज़ को डराने की साजिश?

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लोकतंत्र की चौथी शक्ति पर हमला, पत्रकारों में आक्रोश — FIR दर्ज करने और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग

उत्तरकाशी |रविवार की रात उत्तरकाशी में लोकतंत्र की आवाज़ पर अंधकार ने हमला कर दिया। विकास भवन लदाणी स्थित प्रेस क्लब उत्तरकाशी में अज्ञात उपद्रवियों ने घुसकर जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की। क्लब के निचले हिस्से के दरवाजे पूरी तरह चकनाचूर हो गए, टेबल-कुर्सियाँ तोड़ी गईं, और कमरों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया — मानो किसी ने पत्रकारिता की आत्मा को झकझोरने की कोशिश की हो।

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घटना की सूचना मिलते ही पूरे जिले में गुस्सा और आक्रोश फैल गया।प्रेस क्लब उत्तरकाशी ने इस घटना को “प्रेस की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर सीधा हमला” करार देते हुए अज्ञात आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की है।

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क्लब के सचिव दिग्वीर सिंह बिष्ट और कार्यवाहक अध्यक्ष जगमोहन सिंह ने कोतवाली थानाध्यक्ष को लिखित शिकायत सौंपी है, जिसमें भवन और संपत्ति को हुई क्षति की भरपाई दोषियों से कराने की मांग भी की गई है।

पत्रकारों ने कहा कि यह घटना केवल ईंट-पत्थर तोड़ने की नहीं, बल्कि उस सच्ची आवाज़ को दबाने की कोशिश है जो समाज की सच्चाई को उजागर करने का साहस रखती है।

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पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आसपास लगे CCTV फुटेज खंगालने और अज्ञात हमलावरों की पहचान के लिए जांच शुरू कर दी है।

पत्रकारों ने साफ कहा —

“यह डराने की कोशिश नहीं चलेगी। लोकतंत्र की चौथी शक्ति अब और मजबूती से एकजुट होगी।”

प्रेस क्लब ने प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने और दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।

रिपोर्ट:कीर्ति निधि सजवान, उत्तरकाशी।