उत्तराखंडगढ़वालदेहरादून

वन विभाग के प्रमुख मुख्य वन संरक्षक जयराज ने रिटायर्ड होने से पहले किये गये विभाग में तबादलों को वन मंत्री ने निरस्त किया।

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देहरादून-उत्तराखण्ड वन एवं पर्यावरण मंत्री हरक सिंह ने वन विभाग में रेंजरों और फॉरेस्ट गार्ड के हुए बम्पर तबादलों को निरस्त कर दिया है।वन विभाग के सेवानिवृत्त प्रमुख मुख्य वन संरक्षक(पीसीसीएफ)जय राज द्वारा रिटायर्ड होने से पहले रेंजर और फॉरेस्ट गार्ड के व्यापक स्तर पर तबादले किये थे।
बता दे कि वन विभाग के प्रमुख मुख्य वन संरक्षक जय राज ने रिटायर होने से पहले उत्तराखण्ड वन विभाग में ताबड़तोड़ तबादले किये थे।यह तबादले विभाग के रेंजर और फॉरेस्ट गार्डो के किये गये थे।जिसमें कॉर्बेट नेशनल पार्क,राजाजी नेशनल पार्क और विभिन्न वन प्रभागों में किये गये थे।31 अक्टूबर को जय राज का प्रमुख मुख्य वन संरक्षक पद से कार्यकाल समाप्त होने बाद।वन मंत्री हरक सिंह रावत ने उन सभी तबादलों पर रोक लगा दी है जो रिटायरमेंट से पहले जयराज ने किए थे।गौरतलब है कि तबादला आदेश तो किए गए, लेकिन स्थानांतरित कर्मियों के स्थान पर प्रतिस्थानी नहीं भेजे गए। स्थानांतरण के लिहाज से शून्य सत्र होने के बावजूद हुए इन तबादलों को लेकर सवाल उठे। राजाजी पार्क में हुए तबादलों के सिलसिले में शासन से बाकायदा शिकायत भी हुई। अब सरकार भी इस दिशा में सक्रिय हुई है।वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने सोमवार को सेवानिवृत्त पीसीसीएफ जयराज द्वारा किए गए सभी तबादलों को निरस्त करने के आदेश प्रमुख सचिव वन को दिए। उन्होंने कहा कि इन तबादलों के कारण विकट स्थिति उत्पन्न हो गई थी। किसी क्षेत्र में चार की जगह छह रेंजर हो गए थे तो कहीं क्षेत्र खाली होने की स्थिति पैदा हो गई थी।मंत्री के आदेशों के क्रम में शासन ने इन तबादलों को लेकर परीक्षण शुरू कर दिया है।   

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