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अल्मोड़ा में आतंक का पर्याय बना गुलदार पिंजरे में कैद, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

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अल्मोड़ा। नगर के गोलनाकरड़िया और चीनाखान क्षेत्र में दहशत का कारण बना तेंदुआ आखिरकार वन विभाग के जाल में फंस गया। बीते कई दिनों से लोगों और मवेशियों पर हमला कर आतंक मचाने वाले इस नर तेंदुए को वन विभाग की टीम ने पिंजरे में कैद कर लिया। इसके बाद उसे रेस्क्यू सेंटर एनटीडी ले जाया गया, जहां स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उसे दूर जंगल में छोड़ा जाएगा।

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गांव-गांव में चहलकदमी कर लोगों की नींद उड़ाने वाले इस गुलदार ने कई मवेशियों को निवाला बनाया था। ग्रामीणों की शिकायतों के बाद चीनाखान क्षेत्र में लगाया गया पिंजरा बीती रात उसके लिए जाल साबित हुआ। सुबह जैसे ही ग्रामीणों को इसकी खबर मिली, पूरे इलाके ने राहत की सांस ली।

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हालांकि स्थानीय लोग अब भी दहशत में हैं। उनका कहना है कि क्षेत्र में अभी तीन से चार तेंदुए और घूम रहे हैं, जो लगातार पालतू कुत्तों व मवेशियों को शिकार बना रहे हैं और कई बार लोगों पर भी झपट चुके हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से अन्य स्थानों पर भी पिंजरे लगाने की मांग उठाई है।

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वन क्षेत्राधिकारी मोहन राम आर्या ने बताया कि पिंजरे में कैद हुआ नर तेंदुआ लगभग 10–11 वर्ष का है। उसने कई बार मवेशियों का शिकार किया और इंसानों पर भी झपटने की कोशिश की थी। उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराकर सुरक्षित जंगल में छोड़ा जाएगा।