
रामनगर। टैक्स बार एसोसिएशन रामनगर ने आयकर रिटर्न अभी तक ना आने पर रोष व्यक्त किया है।जिसको लेकर आयकर कार्यालय रामनगर के माध्यम वित्त मंत्रालय को ज्ञापन भेजा है।अधिवक्ताओं ने रोष जताते हुए कहा कि नए वित्तीय वर्ष का रिटर्न 01 अप्रैल 2025 को आ जाना चाहिए था,मगर 45 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक वो नहीं आया है। जिससे कई आयकरदाताओं के बैंक और वीजा जैसे काम रुके पड़े हैं। सरकार की यह घोर लापरवाही को दिखाता है।

क्योंकि सरकार में अप्रैल से जुलाई तक 4 महीने रिटर्न भरने के दिए है। जिसमें से दो माह तक उनका रिटर्न अभी तक नहीं आया है और इसका खामियाजा आयकरदाताओं को उठाना पड़ता है।टैक्स बार ने आयकर रिटर्न भरने की सीमा 31 जुलाई से बढ़ाकर 30 सितम्बर करने की मांग भी की हैं,कि जिस तरह रिटर्न में देरी हुई है उतने दिन का लाभ डेट आगे बढ़ाकर दिया जाए।
सरकार समय पर रिटर्न न लाकर और आयकरदाताओं को 4 माह की जगह 2 माह कम दिवस रिटर्न भरने की डेट अघोषित रूप से आयकरदाताओं से लेट फीस के नाम पर अवैध वसूली करती है टैक्स बार ने यह भी मांग की है कि रिटर्न लेट होने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करनी चाहिए।

रामनगर टैक्स बार की वार्षिक बैठक में बार के संविधान के संशोधन की स्वीकृति पर सहमति।
इसी के साथ रामनगर टैक्स बार की वार्षिक बैठक में बार के संविधान संशोधन को भी स्वीकृति दी गई जिसकी बैठक एक निजी रिसोर्ट मे संपन्न हुई
अब कार्यकारणी सदस्यों की बार की बैठक में 75% उपस्थिति अनिवार्य होगी वरना वो अगले चुनाव के लिए अयोग्य हो जाएंगे अधिकांश सदस्यों द्वारा चुनाव के वक्त अपनी दावेदारी की जाती है, मगर निर्वाचन के बाद वो बैठकों में कम आते हैं इसलिए कार्यकारणी सदस्यों के लिए उपस्थिति अनिवार्य का नियम वार्षिक बैठक द्वारा पास किया गया है।
बैठक की अध्यक्षता अध्यक्ष पूरन चन्द्र पाण्डे और संचालन उपसचिव मनु अग्रवाल द्वारा किया गया उक्त बैठक मे वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रबल बंसल, कनिष्ठ उपाध्यक्ष मोहम्मद फिरोज, प्रेस प्रवक्ता गुलरेज़ रज़ा, सागर भट्ट, कोषाध्यक्ष विशाल रस्तोगी, फैजुल हक़, संजीव अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, राकेश राही,भोपाल रावत, रोहित माहेश्वरी, जीशान मलिक,मनोज बिष्ट, लइक अहमद, आयुष अग्रवाल आदि कई अधिवक्ता मौजूद रहे
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