
रामनगर/मालधन। नशा नहीं, इलाज दो अभियान के तहत महिला एकता मंच ने मालधन बाजार को आज पूरी तरह बंद कराने का आह्वान किया, जिसे क्षेत्र की जनता ने जोरदार समर्थन दिया। सुबह 7 बजे से ही महिलाएं और स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए। मेडिकल स्टोर, हलवाई, दूध व्यवसायी, फड़-खोखा वाले और दुकानदार सभी ने अपनी दुकानें बंद रखकर आंदोलन का हिस्सा बने।

महिला एकता मंच की प्रमुख मांगों में –
डॉ. प्रशांत कौशिक (फीजिशियन) और डॉ. अर्चना कौशिक (स्त्री रोग विशेषज्ञ) का ट्रांसफर रद्द करने या उनकी जगह तुरंत नए डॉक्टरों की नियुक्ति,
रेडियोलॉजिस्ट और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती,
एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, प्रसव, ऑपरेशन और 24×7 आपातकालीन सुविधाओं की उपलब्धता,तथा नशे पर रोकथाम शामिल हैं।
दिन में 1 बजे मालधन चौराहे पर धरना-प्रदर्शन और जुलूस भी निकाला गया। महिला एकता मंच ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो भाजपा नेताओं का थाली-कनस्तर बजाकर घेराव और अनिश्चितकालीन चक्का जाम किया जाएगा।

सभा को संबोधित करते हुए भगवती आर्य ने कहा –
“भाजपा सरकार ने अस्पताल से डॉक्टरों का ट्रांसफर कर मालधन की 40 हजार आबादी को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। किसी भी दुर्घटना या प्रसव के समय का पहला घंटा गोल्डन आवर होता है, इलाज न मिलने पर मौत निश्चित है, चाहे इंसान कितना भी अमीर क्यों न हो।”
ममता ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि चिकित्सा सुविधाएं देने की बजाय शराब की दुकानें खोलकर सरकार मालधन को नशे में धकेल रही है। उन्होंने गोपालनगर में खोली गई शराब की दुकान तुरंत बंद करने और अवैध/कच्ची शराब पर रोक लगाने के लिए विशेष पुलिस टीम गठित करने की मांग की।

सभा में सरस्वती जोशी, तुलसी छिम्वाल, ग्राम प्रधान जगमोहन, संजीव, ललित उप्रेती, महेश जोशी, मुनीष कुमार, सुरेश चंद्र खंतवाल, इंद्रजीत समेत कई नेताओं ने अपने विचार रखे।
कार्यक्रम के अंत में महिला एकता मंच की संयोजक विनीता टम्टा ने मालधन क्षेत्र की जनता को भारी सहयोग और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।
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