
उत्तरकाशी।स्यानाचट्टी पर आफत का साया और गहराता जा रहा है। यमुना नदी पर बनी झील के चलते पूरा इलाका जलमग्न हो गया है, जिससे ग्रामीणों का आक्रोश चरम पर है।

आज ग्रामीणों ने यमुनोत्री पुल के पास जोरदार प्रदर्शन किया और जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए नारेबाजी की। हालात इतने बिगड़ गए कि जब डीएम, विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष राफ्ट से प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे, तो उन्हें भी भारी विरोध का सामना करना पड़ा।

प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि झील को जल्द खोला जाएगा और हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। पीडब्ल्यूडी, एसडीआरएफ और सिंचाई विभाग लगातार झील का जलस्तर कम करने में जुटे हैं। राहत की बात यह है कि बीते एक घंटे में जलस्तर लगभग दो फीट घटा है।

इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिव आपदा प्रबंधन को तत्काल एक्शन लेने और जल निकासी के लिए समुचित चैनलाइजेशन करने के निर्देश दिए हैं।

गुरुवार को कुपड़ा खड्ड में आए मलबे और पत्थरों के कारण झील का जलस्तर अचानक बढ़ गया था, जिससे स्यानाचट्टी के घरों और होटलों में पानी भर गया। हालात की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने स्यानाचट्टी, कुथनौर और खराड़ी के सभी भवन व होटल खाली कराए और करीब 300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा।

लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 वॉट्स्ऐप पर हमारे समाचार ग्रुप से जुड़ें
👉 हमारे फ़ेसबुक पेज को लाइक/फॉलो करें







