
चमोली।उत्तराखंड पर आसमान से आफ़त थमने का नाम ही नहीं ले रही। उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना को कुछ दिन भी नहीं बीते थे कि अब देर रात चमोली ज़िले के थराली तहसील में बादल फट गया। देखते ही देखते सड़कों पर मलबे का अंबार लग गया, मकान ढह गए और हालात बद से बदतर हो गए।
एसडीएम आवास समेत कई मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, वहीं 15 से ज़्यादा दुकानें तबाह हो गईं। सड़कें जगह-जगह बंद पड़ी हैं और भारी मशीनों से मलबा हटाने का काम जारी है।

चमोली के डीएम संदीप तिवारी ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायज़ा लिया और अधिकारियों संग आपदा प्रभावितों की मदद को लेकर बैठक की। फिलहाल कुलसारी को अस्थायी ठिकाना बनाया गया है, जहां प्रभावित परिवारों को शिफ्ट किया जा रहा है।

आपदा की ख़बर फैलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, सांसद अनिल बलूनी और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी सक्रिय हो गए। सीएम धामी ने सोशल मीडिया पर कहा कि “एनडीआरएफ, पुलिस और प्रशासन मौके पर हैं, मैं खुद हालात पर नज़र बनाए हुए हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि सभी लोग सुरक्षित रहें।”

थराली में अचानक आई इस तबाही ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या पहाड़ अब प्राकृतिक आपदाओं की लगातार मार झेलने को अभिशप्त हो गए हैं?
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