उत्तराखंड

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में वन्यजीव संरक्षण को मिला हाई-टेक सहारा, ढेला रेंज में बनी अत्याधुनिक लैब

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रामनगर।उत्तराखंड सरकार की पहल और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया व फ्यूजी फिल्म्स के सहयोग से कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला रेंज स्थित रेस्क्यू सेंटर को हाई-टेक सुविधाओं से लैस कर दिया गया है। अब बाघ, तेंदुआ, हाथी जैसे दुर्लभ वन्यजीवों के स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार के लिए अत्याधुनिक लैब की शुरुआत हो गई है।

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पहले इन जानवरों के ब्लड टेस्ट और अन्य जांच के लिए सैंपल बाहर भेजने पड़ते थे, जिससे रिपोर्ट आने में देरी होती थी और उपचार देर से शुरू हो पाता था। कई बार यह देरी वन्यजीवों की जान पर भी भारी पड़ जाती थी। अब ढेला रेस्क्यू सेंटर में ही ब्लड प्रोफाइल, बायोकेमिस्ट्री, हार्मोनल टेस्ट, किडनी-लीवर फंक्शन टेस्ट, यूरिन जांच और एक्स-रे की सुविधा उपलब्ध हो गई है।

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कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक डॉ. साकेत बडोला ने बताया कि इस सुविधा से न सिर्फ कॉर्बेट बल्कि पूरे उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे क्षेत्रों के वन्यजीवों को भी लाभ मिलेगा। वहीं वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दुष्यंत शर्मा ने कहा कि ब्लड एनालाइजर, बायोकेमिस्ट्री एनालाइजर, गैस एनालाइजर, यूरिन एनालाइजर और पोर्टेबल एक्स-रे मशीन से अब तुरंत सटीक रिपोर्ट मिल सकेगी। इससे वन्यजीवों का इलाज समय पर और प्रभावी तरीके से किया जा सकेगा।

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यह कदम वन्यजीव संरक्षण और त्वरित चिकित्सा व्यवस्था की दिशा में ऐतिहासिक साबित होगा।