उत्तराखंडकुमाऊंनैनीताल

कॉर्बेट में नर हाथी की मौत,बाघ के हमले में हाथी की मौत की आशंका।

ख़बर शेयर करें

रामनगर।कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की बिजरानी रेंज में गश्तीदल को एक नर हाथी का शव पड़ा मिला। जिसके बाद कॉर्बेट प्रशासन में हड़कंप मच गया।गश्तीदल ने तुरन्त आलाधिकारियों को सूचित किया गया,जिन्होंने वहां पहुँच कर घटना स्थल का निरीक्षण किया।प्रथम दृष्टिया बाघ के हमले में हाथी की मौत का होना माना जा रहा है।

सीटीआर से मिली प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह कॉर्बेट के गश्तीदल को मलानी ब्लॉक मिडिल बीट कक्ष संख्या 13 व 11 मिलान बिजरानी रेंज पर एक नर हाथी का शव पड़ा मिला।जिसकी सूचना स्टाफ द्वारा अपने उच्चाधिकारियों को दी गई।सूचना मिलते ही पार्क के निदेशक व उपनिदेशक घटना स्थल पर पहुंचे और निरीक्षण किया और पाया कि मृत हाथी के पास बाघ के पैरों के निशान मिले व हाथी की पीठ पर दांत व पंजों के निशान मिले हैं।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने जलवायु परिवर्तन पर स्टेट एक्शन प्लान की समीक्षा की।

स्थानीय स्टाफ द्वारा बताया गया कि बाघ के द्वारा हाथी का पीछा 2-3 दिन से किया जा रहा था।  प्रथम दृष्टया यह प्रतीत होता है कि बाघ द्वारा  हाथी का पीछा करके उसे दौड़ाकर थकाया गया जिसके बाद उस पर बाघ द्वारा हमला किया गया होगा।ऐसा प्रतीत होता है कि बाघ के हमले में हाथी की मौत हुई है। 

यह भी पढ़ें 👉  हमारा उद्देश्य जनता के लिए केवल योजनाएं बनाना नहीं है, बल्कि सभी योजनाओं का धरातल पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करना भी है-मुख्यमंत्री

बताया जा रहा है कि मृत हाथी के दोनो दांत सुरक्षित पाए गए हैं।कॉर्बेट प्रशासन ने नियमानुसार शव विच्छेदन की कार्यवाही को अमल में लाते हुए उसका विसरा सैंपल एकत्रित कर अग्रिम जाँच हेतु ivri बरैली भेजे जा रहे हैँ।वहीं मौके पर निगरानी हेतु उक्त स्थल तथा उसके आस पास कैमरा ट्रैप लगाए गए है l 

यह भी पढ़ें 👉  काकोरी के शहीदों की याद में साझी शहादत साझी विरासत-श्रद्धांजलि सभा का आयोजन

मौके पर निम्न अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे :- 

1- डॉ साकेत बडोला, निदेशक कॉर्बेट टाइगर रिजर्व 

2- श्री राहुल मिश्रा,  उपनिदेशक कॉर्बेट  टाइगर रिजर्व 

3- दो दुष्यंत शर्मा वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी

4- डॉ राजीव कुमार पशु चिकित्सा अधिकारी

5- श्री अमित ग्वासीकोटी, पार्क वार्डन, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व 

6- श्री ए. जी.अंसारी वन्य जीव विशेषज्ञ

7- श्री चंद्रशेखर सुयाल, द कॉर्बेट फाउंडेशन

 तथा स्थानीय स्टाफ आदि कर्मचारी उपस्थित रहे