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गहरी खाई में समा गई जिंदगी: चंपावत में दर्दनाक हादसा, दो की मौत, एक घायल

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डूंगरा बोरा से लोहाघाट जा रही कार अनियंत्रित होकर 200 मीटर गहरी खाई में गिरी, ग्रामीणों ने चलाया रेस्क्यू अभियान

लोहाघाट (चंपावत)। उत्तराखंड के पर्वतीय मार्गों पर एक और दर्दनाक सड़क हादसे ने दो परिवारों की खुशियां छीन लीं। मंगलवार सुबह चंपावत जिले के लोहाघाट विकासखंड के सीमांत गांव डूंगरा बोरा में एक वैगन-आर कार अनियंत्रित होकर करीब 200 मीटर गहरी खाई में गिर गई। हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया।

स्थानीय ग्रामीणों ने हादसे की जानकारी मिलते ही तुरंत खाई में उतरकर रेस्क्यू अभियान चलाया। ग्रामीणों की तत्परता से घायल युवक को किसी तरह बाहर निकाला गया और अस्पताल पहुंचाया गया।

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कैसे हुआ हादसा

प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम डूंगरा बोरा निवासी मुकेश कुमार (28 वर्ष) पुत्र फकीर राम अपनी टैक्सी वैगन-आर (UK03 TA 2479) से मंगलवार सुबह लोहाघाट की ओर जा रहे थे। कार में उनके साथ मनीषा (22 वर्ष) पुत्री हजारी राम और विक्रम राम (24 वर्ष) पुत्र सुरेश राम सवार थे।
डूंगरा बोरा के पास पहुंचते ही वाहन अचानक अनियंत्रित हो गया और गहरी खाई में जा गिरा।

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हादसे में चालक मुकेश कुमार और मनीषा की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि विक्रम राम गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल विक्रम ने किसी तरह खुद को खाई से बाहर निकाला और ग्रामीणों को सूचना दी।

प्रशासन और पुलिस की तत्परता

घटना की सूचना पर तहसीलदार लोहाघाट जगदीश सिंह नेगी के नेतृत्व में पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। शवों को खाई से निकालकर पंचनामा और पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई पूरी की गई। घायल विक्रम को उपचार के लिए जिला अस्पताल चंपावत भेजा गया है।

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तहसीलदार ने बताया कि दोनों मृतकों के शवों का पोस्टमॉर्टम आयुष्मान आरोग्य मंदिर डूंगरा बोरा में कर परिजनों को सौंप दिया गया।

शोक में डूबा गांव

दुर्घटना की खबर फैलते ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। गांव के लोगों ने बताया कि तीनों आपस में परिचित थे और रोजमर्रा के काम से लोहाघाट जा रहे थे। प्रशासन ने हादसे की जांच शुरू कर दी है, जबकि ग्रामीणों ने सरकार से सड़क सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की मांग की है।