
रामनगर।इजराइल द्वारा गाज़ा पर किये गये हमले के 2 साल पूरे होने पर इंकलाबी मज़दूर केंद्र द्वारा 12 अक्टूबर को स्पोर्ट्स क्लब, रामनगर में एक विचार गोष्ठी का आयोजन कर युद्ध अपराधी बेंजामिन नेतन्याहु का पुतला दहन किया गया।
“साम्राज्यवाद, युद्ध और गाज़ा नरसंहार” विषय पर आयोजित इस विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि अमेरिकी साम्राज्यवाद के संरक्षण में इजराइल द्वारा हमास को ख़त्म करने के नाम पर गाज़ा में भयंकर नरसंहार किया गया है। गाज़ा में पिछले दो साल में इजराइली बमबारी और गोलीबारी में आधिकारिक तौर पर ही करीब 70 हज़ार लोग मारे जा चुके हैं; हालांकि वास्तविक संख्या इससे कहीं ज्यादा होने का अनुमान है। अमेरिकी हथियारों की मदद से अंजाम दिये गये इस नरसंहार में मरने वालों में बड़ी संख्या बच्चों और महिलाओं की है। वहां खाने की लाइनों में खड़े लोगों तक पर इजराइल ने बम गिराये हैं और गोलियां बरसाई हैं। गाज़ा पट्टी के 95 प्रतिशत स्कूल और अस्पताल इस बमबारी में नष्ट हो चुके हैं। वहां भूख के कारण और इलाज के अभाव में भी बड़ी संख्या में लोग मर रहे हैं। वक्ताओं ने इस भयंकर नरसंहार के लिये सीधे तौर पर जिम्मेदार और अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय, यूनिसेफ़ और सेव द चिल्ड्रन इत्यादि संस्थाओं द्वारा घोषित युद्ध अपराधी बेंजामिन नेतन्याहु को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की।

वक्ताओं ने कहा कि पूरी दुनिया में, अमेरिका, यूरोप से लेकर अरब देशों तक जनता इस नरसंहार का भारी विरोध कर रही है; संयुक्त राष्ट्र संघ में 153 देशों ने स्वतंत्र फिलिस्तीनी राष्ट्र के पक्ष में अपना मत दिया है, जिनमें भारत भी शामिल है। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अलगाव में पढ़कर अमेरिका और इजराइल अभी भले ही हमास के साथ युद्ध विराम समझौते को तैयार हो गये हैं, लेकिन इजराइल ऐसे दो समझौते पहले भी तोड़ चुका है। वक्ताओं ने भारत सरकार से इजराइल से सभी संबंध ख़त्म करने की मांग की और कहा कि अब जल्द से जल्द स्वतंत्र फिलिस्तीनी राष्ट्र का गठन वक्त की मांग है।

वक्ताओं ने कहा कि अमेरिकी साम्राज्यवादी दुनिया में अपने घटते प्रभुत्व के कारण बौखलाये हुये हैं। ऐसे में वे पुरी दुनिया में युद्ध का प्रसार कर रहे हैं। पिछले ढाई साल से रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध भी असल में रुसी और अमेरिकी साम्राज्यवादियों के बीच जारी युद्ध है और यूक्रेन इसमें एक मोहरा भर है। हमारे समय में, अमेरिकी साम्राज्यवादी मानवता के सबसे बड़े दुश्मन हैं। वक्ताओं कहा कि दुनिया में युद्ध, हिंसा और नफरत की राजनीति का अंत होना चाहिये। युद्धों में महिलाएं और बच्चे सबसे ज्यादा पिसते हैं।
विचार गोष्ठी के उपरांत लखनपुर चुंगी पर बेंजामिन नेतन्याहु का पुतला दहन किया गया। कार्यक्रम में इंकलाबी मज़दूर केंद्र के कमल वर्मा, भुवन आर्या, उबैदुल हक व इंदरलाल, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के महासचिव प्रभात ध्यानी व मो. आसिफ, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की तुलसी छिंवाल व गीता आर्या, प्रगतिशील भोजन माता संगठन की विमला देवी, आनंदी देवी व नंदी देवी, परिवर्तनकामी छात्र संगठन की प्रीति छिम्वाल व प्रीति आर्या एवं प्रगतिशील जन एकता मंच के लाल्मणी इत्यादि ने भागीदारी की। गोष्ठी का संचालन इंकलाबी मज़दूर केंद्र के महासचिव रोहित रुहेला ने किया।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 वॉट्स्ऐप पर हमारे समाचार ग्रुप से जुड़ें
👉 हमारे फ़ेसबुक पेज को लाइक/फॉलो करें







