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गोखरू: आयुर्वेद की चमत्कारी जड़ी-बूटी – मूत्र, यौन स्वास्थ्य और ऊर्जा बढ़ाने वाला प्राकृतिक उपाय!

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गोखरू: आयुर्वेदिक चमत्कारी जड़ी-बूटी के फायदे, उपयोग और सावधानियाँ

गोखरू (Tribulus terrestris), जिसे हिंदी में गोखरू, गोक्शुरा, या चंद्रुम भी कहा जाता है, एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक औषधीय पौधा है। यह विशेष रूप से मूत्र संबंधी समस्याओं, यौन स्वास्थ्य, और शारीरिक स्फूर्ति के लिए जाना जाता है। गोखरू का उपयोग सदियों से पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में किया जाता रहा है।

 गोखरू के प्रमुख फायदे

1. मूत्राशय और गुर्दे की सेहत में सुधार

गोखरू में मूत्रवर्धक (diuretic) गुण होते हैं, जो मूत्राशय की सूजन, जलन, और मूत्र संक्रमण में राहत प्रदान करते हैं। यह गुर्दे की पथरी के उपचार में भी सहायक माना जाता है। 

2. यौन स्वास्थ्य और प्रजनन क्षमता में वृद्धि

गोखरू को एक प्राकृतिक कामोत्तेजक (aphrodisiac) माना जाता है। यह पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन स्तर को बढ़ाने और महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन को सुधारने में मदद करता है। 

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3. शारीरिक स्फूर्ति और मांसपेशियों की मजबूती

खिलाड़ियों और बॉडीबिल्डरों के बीच गोखरू का उपयोग मांसपेशियों की ताकत, सहनशक्ति, और प्रदर्शन में सुधार के लिए किया जाता है। यह शरीर की सूजन कम करने और मांसपेशियों की रिकवरी में भी सहायक है। 

4. पाचन और त्वचा स्वास्थ्य में सुधार

गोखरू का सेवन पाचन तंत्र को मजबूत करता है और त्वचा की समस्याओं जैसे एक्जिमा, खुजली, और चकत्तों में भी राहत प्रदान करता है। 

5. हार्मोनल संतुलन और मानसिक स्वास्थ्य

यह हार्मोनल असंतुलन को सुधारने, तनाव कम करने, और मानसिक स्पष्टता बढ़ाने में सहायक है। 

 गोखरू के संभावित दुष्प्रभाव और सावधानियाँ

पाचन संबंधी समस्याएँ: अत्यधिक सेवन से पेट में दर्द, मितली, या दस्त हो सकते हैं।

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दवाओं के साथ इंटरएक्शन: यदि आप उच्च रक्तचाप या मधुमेह की दवाएँ ले रहे हैं, तो गोखरू का सेवन करने से पहले चिकित्सक से परामर्श करें। 

गर्भावस्था और स्तनपान: गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को गोखरू का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

गोखरू का सेवन कैसे करें?

गोखरू का काढ़ा बनाने की विधि:

सामग्री: 1 चम्मच सूखा गोखरू चूर्ण, 2 कप पानी, ½ चम्मच शहद, ½ चम्मच नींबू का रस।

विधि: पानी में गोखरू चूर्ण डालकर 10 मिनट तक उबालें। छानकर उसमें शहद और नींबू का रस मिलाएँ। सुबह-शाम सेवन करें।

गोखरू चूर्ण:

गोखरू चूर्ण का सेवन 250 से 500 मिलीग्राम, दिन में दो बार किया जा सकता है।यह चूर्ण दूध या पानी के साथ लिया जा सकता है।

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गोखरू एक बहुपरकारी आयुर्वेदिक औषधि है, जो मूत्राशय, यौन स्वास्थ्य, शारीरिक स्फूर्ति, और मानसिक स्पष्टता में सुधार करती है। हालांकि इसके कई लाभकारी गुण हैं, लेकिन इसका सेवन संतुलित मात्रा में और चिकित्सक की सलाह से करना चाहिए। अत्यधिक सेवन से पाचन संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं, और यह कुछ दवाओं के साथ इंटरएक्शन भी कर सकता है।

यदि आप गोखरू का सेवन करना चाहते हैं, तो पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें, विशेषकर यदि आप किसी अन्य दवा का सेवन कर रहे हैं या कोई विशेष स्वास्थ्य समस्या है।

(डिस्क्लेमर: यह सामान्य जानकारी केवल पढ़ने के उद्देश्य से प्रदान की गई है।पहाड़ टुडे इस जानकारी की वैज्ञानिक वैधता के बारे में कोई दावा नहीं करता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया डॉक्टर से सलाह लें.)