उत्तराखंडकुमाऊंनैनीताल

ग्लोबल टाइगर डे पर कॉर्बेट बना प्रकृति का प्रहरी, हजारों पौधे लगाए और स्वच्छता का संदेश दिया।

ख़बर शेयर करें

रामनगर। ग्लोबल टाइगर डे के अवसर पर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व एक बार फिर पर्यावरणीय चेतना का प्रेरणास्त्रोत बना। फील्ड डायरेक्टर डॉ. साकेत बडोला (भा.व.से.) के नेतृत्व में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के प्रधान कार्यालय सहित सभी रेंजों में व्यापक पौधारोपण और स्वच्छता अभियान का आयोजन हुआ। इस पहल ने न सिर्फ बाघों के संरक्षण की पुकार को दोहराया, बल्कि वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास और पर्यावरणीय संतुलन की अहमियत को भी जन-जन तक पहुंचाया।

इस विशेष अवसर पर वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, स्कूली छात्र-छात्राएं और स्थानीय लोग एकजुट हुए। 54 स्थानों पर जामुन, अर्जुन, आम, आँवला, इमली, सहजन, बहेड़ा, अमरूद जैसी पर्यावरण के लिए उपयोगी प्रजातियों के 2185 पौधे रोपे गए। इसके साथ ही कार्यालय परिसरों से लेकर जंगल की सीमा तक स्वच्छता का संदेश दिया गया।

यह भी पढ़ें 👉  खटीमा को मिला केंद्रीय विद्यालय का तोहफा, मुख्यमंत्री ने ₹26.23 करोड़ की लागत से बने भवन का किया लोकार्पण

भविष्य के पर्यावरण के लिए आज की जिम्मेदारी

फील्ड डायरेक्टर डॉ. बडोला ने अपने संदेश में कहा –

“बाघ केवल एक वन्यजीव नहीं, बल्कि समूचे पारिस्थितिकी तंत्र का प्रतीक है। उसकी रक्षा करना, जलवायु, जैव विविधता और हमारे भविष्य को बचाने जैसा है।”

राष्ट्रीय स्तर पर भी गूंजा कार्बेट का अभियान

राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा आयोजित केंद्रीय कार्यक्रम में दिल्ली के राष्ट्रीय प्राणी उद्यान में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने बच्चों को बाघों के महत्व की जानकारी दी। साथ ही ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से देशभर के 58 टाइगर रिजर्व इस आयोजन से जुड़े। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व भी उनमें अग्रणी रहा।

यह भी पढ़ें 👉  मंशा देवी मंदिर में भगदड़ की घटना पर मुख्यमंत्री ने जताया गहरा शोक, मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख की सहायता

जनभागीदारी से सजे आयोजन

धनगढ़ी परिसर में उप प्रभागीय वनाधिकारी अमित ग्वासकोटी व अन्य अधिकारियों की देखरेख में स्वच्छता और पौधारोपण का आयोजन हुआ।

राष्ट्रीय राजमार्ग 309 पर आमडंडा से गर्जिया तक चले सफाई अभियान में 270 किलोग्राम सूखा कचरा एकत्रित किया गया।

जीआईसी ढिकुली और अन्य स्कूलों के विद्यार्थियों ने स्वेच्छा से भाग लेकर वन्यजीव संरक्षण के प्रति अपनी जागरूकता दर्शायी।

कार्यक्रम में डॉ. साकेत बडोला के साथ प्रशासनिक अधिकारी हंसा पांगती, प्रमोद त्रिपाठी, ललित मोहन आर्या, नौशाद, मोहित सिंह राठौर, दयाल सिंह राणा सहित वन विभाग के अधिकारी, वन दरोगा, वन आरक्षी, और महिला कर्मियों की उपस्थिति विशेष उल्लेखनीय रही।

यह भी पढ़ें 👉  संस्कृति की खुशबू संग तीज का जश्न: रामनगर में सजी रंगारंग शाम।

इसके अलावा कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की विभिन्न रेंज ढेला,झिराना,बिजरानी,कालागढ़ रेंज आदि स्थानों पर पौधे लगाए गए साथ सफाई अभियान चलाया गया तथा छात्र छात्राओं को बाघों के विषय में जानकारी दी गई।वहीं बेला रेंज के अन्तगर्त “एक पेड़ मों के नाम” थीम के तहत् पौध रोपण किया गया। राजकीय इन्टर कालेज बेला में एडवर्ड जिम कार्बेट के जीवन पर आधारित फिल्म ‘कार्बेट लीगेसी” का प्रदर्शन कर छात्र-छात्राओं को बाघ संरक्षण, विश्व बाघ दिवस तथा वन एवं वन्य जीवों के महत्व के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। 

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की विभिन्न रेंजों में वहाँ के रेंज अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने विश्व बाघ दिवस पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।