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चुनावी जश्न बना संघर्ष का मैदान, टांडा मल्लू में फैला तनाव।

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रामनगर। पंचायत चुनाव के परिणामों के बाद रामनगर क्षेत्र का टांडा मल्लू गांव हिंसा की आग में झुलस उठा। ग्राम प्रधान पद पर नव-निर्वाचित सोनिया की जीत का जश्न उस वक्त खूनी संघर्ष में बदल गया जब उनके विजय जुलूस के दौरान विरोधी खेमे से झड़प हो गई। देखते ही देखते पथराव और लाठीचार्ज शुरू हो गया, जिससे दोनों पक्षों के कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

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प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जैसे ही विजेता सोनिया का जुलूस गांव में निकला, पराजित प्रत्याशी शहनाज परवीन के समर्थकों ने विरोध जताना शुरू कर दिया। बात बढ़ते-बढ़ते गाली-गलौज और हाथापाई तक जा पहुंची। हालात इतने बिगड़ गए कि दोनों ओर से पत्थरबाजी और लाठीचार्ज होने लगा।

स्थिति को बिगड़ता देख पुलिस को तत्काल मौके पर बुलाया गया, जिसने बमुश्किल हालात को नियंत्रित किया। घायलों को पहले ब्रजेश अस्पताल, रामनगर में भर्ती कराया गया, जहां से गंभीर रूप से घायल लोगों को सरकारी अस्पताल व हायर सेंटर रेफर किया गया। कुछ की हालत नाज़ुक बताई जा रही है।

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घायलों के नाम इस प्रकार है।

शहनाज परवीन (पराजित प्रत्याशी)

मोहम्मद अरशद रजा

मोहम्मद हनीफ

घटना के बाद से गांव में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। स्थिति को देखते हुए अस्पताल परिसर में भी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, जिससे किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

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स्थानीय लोगों का कहना है कि दोनों पक्षों में चुनावी रंजिश पहले से ही चल रही थी, और जुलूस के दौरान कथित भड़काऊ नारेबाजी ने आग में घी का काम किया। फिलहाल, पुलिस मामले की निष्पक्ष जांच में जुटी है लेकिन दोनों पक्षों के गंभीर आरोपों ने जांच को मुश्किल बना दिया है।