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छोई और बैलपड़ाव में भीड़ हिंसा के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग, 29 अक्टूबर को धरने की चेतावनी

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सामाजिक व राजनीतिक संगठनों ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री और डीएम को भेजा ज्ञापन, घायल नासिर को ₹10 लाख मुआवजे की मांग

रामनगर।रामनगर क्षेत्र के सामाजिक व राजनीतिक संगठनों ने छोई और बैलपड़ाव में हुई भीड़ हिंसा (मॉब लिंचिंग प्रयास) की घटनाओं पर गहरी चिंता जताते हुए सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। संगठनों ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी नैनीताल को ज्ञापन भेजकर मामले में सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही घायल नासिर को ₹10 लाख मुआवजा दिए जाने की मांग भी की गई है।

ज्ञापन में मांग की गई है कि असामाजिक तत्वों द्वारा किसी भी व्यक्ति की आईडी या वाहन की जांच पर तत्काल सख्त रोक लगाई जाए। प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी है कि यदि 28 अक्टूबर तक मांगे पूरी नहीं की गईं, तो 29 अक्टूबर को एसडीएम कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।

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भीड़ ने वाहन चालक पर किया जानलेवा हमला

ज्ञापन में कहा गया है कि 23 अक्टूबर को बरेली से वैध रूप से मांस लेकर आ रहे दो वाहनों में से एक को बैलपड़ाव चौकी पर जांच के बाद छोई गांव के पास भाजपा से जुड़े कुछ लोगों ने रोक लिया। गाली-गलौज करते हुए वाहन चालक नासिर पर धारदार हथियारों और लोहे की रॉड से हमला कर जान से मारने की कोशिश की गई।
इस घटना में पांच लोगों को नामजद करते हुए अन्य के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 109 व 190 में मुकदमा (संख्या 0361) दर्ज किया गया है।

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इसी दिन दूसरी घटना में बैलपड़ाव चौकी में भी भाजपा से जुड़े कुछ लोगों ने हथियार और पत्थर लेकर चौकी में घुसकर मांस लाने वाले वाहन चालक पर हमला करने की कोशिश की। पुलिस की मौजूदगी में वाहन में तोड़फोड़ की गई। इस मामले में भी कालाढूंगी थाने में बीएनएस की धारा 109, 190, 191(2), 191(3) और 324(4) के तहत मुकदमा (संख्या 0117) दर्ज किया गया है।

चार दिन बाद भी नहीं हुई गिरफ्तारी

ज्ञापनकर्ताओं ने आरोप लगाया कि घटनाओं के चार दिन बाद भी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की गई है, जबकि भारतीय न्याय संहिता के अनुसार सात वर्ष से अधिक सजा वाले अपराधों में तत्काल गिरफ्तारी का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में भाजपा से जुड़े असामाजिक तत्वों द्वारा गैरकानूनी तरीके से आईडी चेकिंग और वाहनों को रोकने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।

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कई संगठनों ने किया समर्थन

कार्यक्रम में समाजवादी लोक मंच के संयोजक मुनीष कुमार, गिरीश चंद्र, जीशान कुरैशी, मोहम्मद नबी अंसारी, शोएब कुरैशी, चांद खान, अरबाज खान, आदिल खान, मनोहर सिद्दीकी, अनस, शकीर सिद्दीकी, अनीस सिद्दीकी, दानिश सिद्दीकी, तालिब, फैजान, आकिब सैफी, नदीम कुरैशी, समीर खान, नूरजहां (पत्नी नासिर), आतिफ खान, वन पंचायत संघर्ष मोर्चा के मौ. अशरफ, आइसा के सुमित कुमार, इंकलाबी मजदूर केंद्र के रोहित रुहेला, किसान संघर्ष समिति के ललित उप्रेती, पछास के रवि, महिला एकता मंच की कौशल्या व प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की तुलसी छिंबाल आदि मौजूद रहे।