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डुंडा में कैमरे में कैद हुआ ममता से भरा दृश्य — मादा गुलदार ने बच्चों की सुरक्षा के लिए दी दीवार-सी पहरेदारी

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उत्तरकाशी। कहते हैं — मां तो मां होती है, चाहे वह इंसान की हो या किसी वन्यजीव की। अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए वह हर खतरे से टकराने को तैयार रहती है। ऐसा ही एक दिल छू लेने वाला दृश्य उत्तरकाशी जनपद के डुंडा प्रखंड के डांडा माजफ ग्रामसभा क्षेत्र से सामने आया है।

मां तो मां होती है–वीडियो देखने के लिए ऊपर क्लिक करें।

सोमवार शाम लगभग सात बजे का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में एक मादा गुलदार (लेपर्ड) अपने दो शावकों के साथ सड़क किनारे दिखाई देती है। इसी बीच सड़क पर एक कार आती है — और जैसे ही उसकी हेडलाइट्स पड़ती हैं, मादा गुलदार खतरा भांपकर अचानक कार के सामने आ जाती है।

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कुछ ही सेकंड में वह पैराफिट पर बैठ जाती है, मानो अपने शावकों और संभावित खतरे के बीच एक दीवार बन गई हो। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पैराफिट के पीछे उसके दो नन्हे शावक छिपे हैं, जबकि मां पूरी सतर्कता के साथ उनकी रक्षा कर रही है।

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यह दृश्य जितना रोमांचक है, उतना ही ममता से भरा और भावनात्मक भी है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को देखकर लोग लिख रहे हैं — “यह सिर्फ जंगल की मां नहीं, ममता की जीवंत मिसाल है।”

स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, मादा गुलदार अपने दो शावकों के साथ पिछले कुछ दिनों से इसी क्षेत्र में दिखाई दे रही है। इससे गांव में दहशत का माहौल है। लोग रात के समय घरों से बाहर निकलने से बच रहे हैं।

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सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम ने इलाके में गश्त बढ़ा दी है और ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की है। अधिकारियों ने कहा है कि ग्रामीण गुलदार को देखकर घबराएं नहीं, बल्कि तुरंत विभाग को सूचित करें।

यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि —प्रकृति में हर जीव के भीतर मातृत्व की भावना समान है। जंगल का शिकारी भी अपने बच्चों के लिए ममता की मूर्ति बन जाता है।

रिपोर्ट: कीर्ति निधि सजवान, उत्तरकाशी।