उत्तराखंडगढ़वालहरिद्वार

ढोंगी बाबाओं पर पुलिस का प्रहार: ऑपरेशन ‘कालनेमि’ में 44 फर्जी साधु सलाखों के पीछे

ख़बर शेयर करें

रुड़की/हरिद्वार।उत्तराखंड में चल रहे ‘ऑपरेशन कालनेमि’ ने फर्जी बाबाओं की नींद उड़ा दी है। हरिद्वार जिले में पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए अब तक 44 ढोंगी बाबाओं को गिरफ्तार किया है, जो साधु-संतों का वेश धारण कर तंत्र-मंत्र, जादू-टोना और झूठे चमत्कारों से आम जनता और श्रद्धालुओं को ठग रहे थे।

एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल के निर्देशन में चल रहे इस विशेष अभियान के तहत गंगनहर कोतवाली पुलिस ने रेलवे स्टेशन और गंगनहर पटरी इलाके में छापेमारी कर फर्जी बाबाओं को दबोचा। ये लोग भीड़ वाले क्षेत्रों में ढोंग रचाकर कानून-व्यवस्था के लिए खतरा बन रहे थे।

यह भी पढ़ें 👉  जनता बेहाल, सत्ता मालामाल — उत्तराखंड स्थापना दिवस पर समाजवादी लोकमंच का जन सम्मेलन 9 नवंबर को

पिरान कलियर थाना क्षेत्र में भी पुलिस ने विशेष चेकिंग अभियान चलाया और उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र से आए फर्जी बाबाओं को हिरासत में लिया। सभी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई कर न्यायालय में पेश किया गया।

यह भी पढ़ें 👉  जागेश्वर धाम को मिलेगा दिव्य-भव्य स्वरूप — सीएम धामी ने किए 76.78 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास, मास्टरप्लान की समीक्षा में दिए सख्त निर्देश

इसी क्रम में:

मंगलौर कोतवाली पुलिस ने 11 फर्जी बाबाओं को पकड़ा,

खानपुर पुलिस ने 1 बाबा,

जबकि भगवानपुर पुलिस ने 2 ढोंगी साधुओं को काबू में किया।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ये सभी खुद को धर्मगुरु बताकर लोगों की आस्था से खिलवाड़ कर रहे थे और सनातन संस्कृति को बदनाम कर रहे थे। ऐसे में इन पर कड़ी कार्रवाई जरूरी थी।

यह भी पढ़ें 👉  रामनगर में भड़का विरोध, हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी और हेट स्पीच पर कार्रवाई की उठी मांग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर शुरू किया गया यह अभियान प्रदेश भर में जारी रहेगा। ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के तहत अब धर्म की आड़ में पाखंड फैलाने वालों को कोई रियायत नहीं मिलेगी।