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देशव्यापी शराबबंदी की मांग को लेकर राजघाट पर सत्याग्रह

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महात्मा गांधी की समाधि पर प्रार्थना, राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन

नई दिल्ली/रामनगर।देशभर में पूर्ण शराबबंदी लागू करने की मांग को लेकर विभिन्न राज्यों से आए सामाजिक कार्यकर्ताओं और संगठनों के प्रतिनिधियों ने सोमवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि स्थल राजघाट पर एकजुट होकर प्रार्थना सभा और सत्याग्रह किया।
इस अवसर पर प्रतिनिधियों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें पूरे देश में शराबबंदी लागू करने तथा नशा मुक्त भारत अभियान को राष्ट्रीय स्तर पर सशक्त रूप से संचालित करने की मांग की गई।

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वीडियो देखें।

कार्यक्रम का नेतृत्व राष्ट्रीय शराबबंदी संयुक्त मोर्चा ने किया। इस दौरान “नशा नहीं, रोजगार दो” अभियान समिति, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी, भारत की लोग जिम्मेदार पार्टी और कांग्रेस के कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। प्रमुख रूप से प्रभात ध्यानी, आसिफ, सुनील पर्नवाल, कुसुम, जे. सी. उप्रेती, एवं धीरेंद्र प्रताप आदि मौजूद रहे।

धीरेन्द्र प्रताप, राज्य आंदोलकारी।

प्रतिनिधियों ने गांधी स्मारक निधि से राजघाट तक मार्च कर राष्ट्रपिता की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की और “नशा मुक्त भारत” का संकल्प लिया। इसके बाद समाधि स्थल के बाहर गेट पर शांतिपूर्ण सत्याग्रह किया गया।

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उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के प्रधान महासचिव और नशा नहीं रोजगार दो अभियान समिति से जुड़े प्रभात ध्यानी ने कहा कि देशभर में शराब और नशे के बढ़ते प्रचलन ने युवाओं के भविष्य को अंधकारमय कर दिया है। परिवार टूट रहे हैं, अपराध बढ़ रहे हैं और हर साल लाखों लोग नशे की लत के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं।

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उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि देश में पूर्ण शराबबंदी लागू की जाए और अवैध नशे के कारोबारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। ध्यानी ने बताया कि राष्ट्रीय शराबबंदी संयुक्त मोर्चा की अगुवाई में आगामी महीनों में देश के विभिन्न राज्यों में शराबबंदी सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इसी क्रम में जनवरी माह में उत्तराखंड में एक बड़ा सम्मेलन आयोजित होगा, जिसमें देशभर से प्रतिनिधि शामिल होंगे।