
व्हाट्सएप कॉल पर मिला भारी मुनाफे का ऑफर, आरबीआई और सेबी से पंजीकृत बताई गई एप — रायपुर पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
देहरादून। साइबर ठग लगातार नए-नए पैंतरों से आम लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। अब एक बार फिर राजधानी दून में ऑनलाइन ठगी का ऐसा मामला सामने आया है, जिसने लोगों को सतर्क कर दिया है। मयूर विहार निवासी तेज प्रकाश शर्मा को ठगों ने फर्जी ट्रेडिंग एप के ज़रिये 13 लाख रुपये का चूना लगा दिया।
पीड़ित की शिकायत पर रायपुर थाना पुलिस ने शुक्रवार को मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
थानाध्यक्ष गिरीश नेगी ने बताया कि यह ठगी दिसंबर 2024 से जनवरी 2025 के बीच की है। तेज प्रकाश शर्मा को ठगों ने व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से संपर्क किया और उन्हें शेयर ट्रेडिंग में भारी मुनाफे का झांसा दिया। भरोसा जीतने के बाद आरोपियों ने उन्हें एक एप डाउनलोड करवाया, जिसे आरबीआई और सेबी से पंजीकृत बताया गया।
इस झांसे में आकर पीड़ित ने एप के ज़रिए अलग-अलग किस्तों में कुल 13 लाख रुपये का निवेश किया। कुछ समय बाद जब मुनाफे का कोई लाभ नहीं मिला और एप पर लेन-देन रुक गया, तब जाकर उन्हें धोखाधड़ी का एहसास हुआ।
पीड़ित ने बताया कि उन्होंने घटना की सूचना तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 और पुलिस को दी थी, मगर मुकदमा दर्ज होने में काफी देरी हुई। इस पर थानाध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि मामला पहले केंद्रीयकृत साइबर पोर्टल पर दर्ज किया गया था, जहां ठगों के खातों को फ्रीज करने की प्रक्रिया पहले से चल रही थी।
वर्तमान में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और साइबर सेल की मदद से आरोपियों की पहचान व पैसों की रिकवरी के प्रयास किए जा रहे हैं।
सावधान रहें — साइबर पुलिस की सलाह:
किसी भी निवेश योजना में धन लगाने से पहले संबंधित कंपनी या एप की आरबीआई/सेबी रजिस्ट्री की पुष्टि अवश्य करें।
अज्ञात लिंक या व्हाट्सएप कॉल पर प्राप्त ऑफर से बचें।
किसी भी संदिग्ध लेन-देन की सूचना तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 या cybercrime.gov.in पर दें।
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