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बगोरी बनेगा ‘वाइब्रेंट विलेज’, सेब के बगीचे और पर्वतीय नजारों से सजेगा पर्यटन का नया केंद्र

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उत्तरकाशी। सीमांत इलाकों को संवारने और पलायन रोकने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए उत्तरकाशी के बगोरी गांव को वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत विकसित किया जा रहा है। प्राकृतिक सौंदर्य से लबरेज यह गांव अब पर्यटकों के लिए आकर्षण का नया केंद्र बनने जा रहा है।

पर्यटन विभाग बगोरी को मॉडल टूरिस्ट विलेज बनाने की दिशा में काम कर रहा है। गांव की पहचान उसके सेब के बगीचों, जलनधारी नदी के किनारे की रमणीयता, पिरुल और चीड़ के पेड़ों की हरियाली से और भी निखरेगी।

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योजना के तहत यहां सड़क संपर्क, आवासीय सुविधाएं, स्वास्थ्य, शिक्षा, ऊर्जा और सांस्कृतिक संरक्षण पर विशेष फोकस किया जा रहा है। स्थानीय जीवनशैली को प्रदर्शित करने के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस महत्वाकांक्षी परियोजना की निगरानी कर रहे हैं। उत्तरकाशी के 8 गांवों को वाइब्रेंट विलेज योजना में शामिल किया गया है, जिनमें बगोरी प्रमुख है। इस पहल का उद्देश्य सीमा क्षेत्र की सुरक्षा को मजबूत करना और ग्रामीणों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है ताकि लोग गांव छोड़कर बाहर न जाएं।

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विशेषज्ञों का मानना है कि यह योजना उत्तराखंड के ग्रामीण विकास और पर्यटन को नई दिशा देने के साथ-साथ सीमांत क्षेत्रों को रणनीतिक दृष्टि से भी मजबूत बनाएगी।

रिपोर्ट: कीर्ति निधि सजवान, उत्तरकाशी।