
रामनगर। उत्तराखंड में मानसून इस समय अपने पूरे उफान पर है। आसमान से बरस रही मूसलधार बारिश ने आम जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। पहाड़ों से लगातार हो रही बारिश ने नदियों, नालों और गाड़-गधेरों को उफान पर ला दिया है। सबसे बड़ी चिंता की वजह बनी कोसी नदी, जिसका जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।

कोसी नदी का पानी बढ़ते ही प्रशासन सतर्क हो गया है। नदी किनारे बसे उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के गांवों को अलर्ट कर दिया गया है। स्थानीय लोगों को हर पल सतर्क रहने की अपील की जा रही है।
बता दें कि अल्मोड़ा से निकलने वाली कोसी नदी बीते सोमवार को अपने उफान पर थी। सोमवार को जहां जलस्तर 41,602 क्यूसेक रिकॉर्ड किया गया, वहीं मंगलवार को इसमें कुछ कमी आई और यह घटकर 31,000 क्यूसेक पर पहुंचा।

सिंचाई विभाग के एई राजीव ख़नुलिया के मुताबिक, “बारिश लगातार जारी है, इसलिए कोसी का जलस्तर कभी भी बढ़ सकता है। हालांकि घबराने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि कोसी बैराज की क्षमता 1 लाख 80 हज़ार क्यूसेक है।”

फिर भी सुरक्षा को लेकर कोई ढिलाई नहीं बरती जा रही। बैराज पर पानी बढ़ने की स्थिति में तुरंत सायरन बजाकर चेतावनी दी जाती है, साथ ही पुलिस-प्रशासन को सक्रिय कर दिया जाता है। खतरे की आशंका होने पर जिला प्रशासन, देहरादून आपदा केंद्र, काशीपुर प्रशासन और यूपी के दढ़ियाल-रामपुर तक सूचना भेजी जाती है।

फिलहाल नदी किनारे रहने वाले ग्रामीणों के लिए यह मानसून किसी परीक्षा से कम नहीं है। बारिश का हर नया दौर उनके दिल की धड़कनें तेज़ कर देता है।
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