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भारत की पहली राष्ट्रपति बनीं द्रौपदी मुर्मू, जिन्होंने किया कैंची धाम में बाबा नीब करौरी महाराज के दर्शन

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राष्ट्रपति ने नैना देवी मंदिर और कैंची धाम में माथा टेककर देश-प्रदेश की खुशहाली की कामना की

नैनीताल।तीन दिवसीय उत्तराखंड प्रवास पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार को अपने व्यस्त कार्यक्रमों के बीच कुछ पल आध्यात्मिक सुकून के लिए प्रसिद्ध कैंची धाम पहुंचीं। नैनीताल स्थित श्री नैना देवी मंदिर में दर्शन के पश्चात राष्ट्रपति ने बाबा नीब करौरी महाराज के दरबार में माथा टेका और देश-प्रदेश की सुख, समृद्धि और शांति की कामना की।

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राष्ट्रपति मुर्मू का यह दौरा कई मायनों में विशेष रहा। वे भारत की पहली राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने कैंची धाम में दर्शन किए। बाबा नीब करौरी महाराज की यह तपोभूमि विश्वभर के भक्तों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र बन चुकी है।

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नैनादेवी मंदिर दर्शन की जाती हुई राष्ट्रपति मुर्मू।

सुरक्षा कारणों के चलते प्रशासन ने मंगलवार सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे तक मंदिर परिसर को जीरो जोन घोषित किया था। इस दौरान आम श्रद्धालुओं की आवाजाही को अस्थायी रूप से रोक दिया गया था। राष्ट्रपति के दर्शन के बाद मंदिर परिसर को पुनः श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया।

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धाम से जुड़े लोगों ने बताया कि बीते वर्षों में कैंची धाम की ख्याति लगातार बढ़ी है, जहां देश-विदेश से श्रद्धालु बाबा की कृपा पाने आते हैं।