
देहरादून।दून घाटी की नदियों में मौत का सैलाब दौड़ रहा था। मंगलवार सुबह सबसे भयावह मंजर आसन नदी पर देखने को मिला। अचानक आए तेज पानी के बहाव में एक ट्रैक्टर-ट्रॉली समेत 14 मजदूर बह गए। चीखते-चिल्लाते परिजनों की आंखों के सामने कुछ ही पलों में पूरा परिवार बिखर गया।

राहत कर्मियों ने दो मजदूरों को सकुशल बचा लिया, जबकि 8 के शव अलग-अलग जगहों से बरामद हुए। चार मजदूर अब भी लापता हैं, जिनकी तलाश में SDRF और NDRF का बड़ा सर्च ऑपरेशन जारी है।

हादसे की दास्तान
रातभर से जारी बारिश के बाद आसन नदी का बहाव अचानक खतरनाक रूप ले बैठा। परवल गांव के पास मजदूर रोज की तरह पत्थर चुनने आए थे। इसी दौरान 14 मजदूर ट्रैक्टर-ट्रॉली पर सवार होकर काम शुरू करने ही वाले थे कि अचानक पानी का सैलाब उमड़ पड़ा।

पहले मजदूरों को लगा कि पानी सामान्य हो जाएगा, लेकिन महज कुछ ही मिनटों में नदी विकराल हो गई। ट्रैक्टर पलट गया और मजदूर जान बचाने की जद्दोजेहद करने लगे। नदी किनारे खड़े परिजन बेसुध होकर चिल्लाते रह गए। अगले ही पल ट्रैक्टर-ट्रॉली दोबारा पलट गई और सभी मजदूर धारा में समा गए।

चीख-पुकार से गूंज उठा इलाका
मौत का यह मंजर देख परिवारजन रो-रोकर बेसुध हो गए। कुछ मजदूर झाड़ियों और बड़े पत्थरों को पकड़कर बच निकले, जिन्हें पुलिस ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया। लेकिन बाकी की किस्मत इतनी मेहरबान न थी।

मृतकों की पहचान
पुलिस ने अब तक 8 मजदूरों के शव बरामद किए हैं। इनमें से अधिकांश मुरादाबाद जिले के रहने वाले थे।
सोमवती (65) पत्नी हरचरण सैनी, निवासी मुरीजैन, मुरादाबाद
रीना (30) पत्नी हरिराम, निवासी मुरीजैन, मुरादाबाद
फरमान (30) पुत्र इदरिस, निवासी ग्राम परवल, देहरादून
पंकज कुमार (36) पुत्र बाबूराम, निवासी बसंतावाला, थाना कैंट, देहरादून
हरचरण (60) पुत्र फूल सिंह, निवासी मुनिया जैन, सोनकपुर, मुरादाबाद
मदन (45) पुत्र भरत, निवासी मुनिया जैन, सोनकपुर, मुरादाबाद
नरेश (50) पुत्र कुंवर सैन, निवासी मुनिया जैन, सोनकपुर, मुरादाबाद
किरण, पत्नी अमरपाल, निवासी मुनिया जैन, सोनकपुर, मुरादाबाद

कोहराम मुरादाबाद में
हादसे की खबर मुरादाबाद के गांवों तक पहुंची तो कोहराम मच गया। हर घर से चीखें उठीं, कई परिवारों ने एक साथ अपने कई सदस्य खो दिए।
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