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वन शहीद दिवस: कार्बेट में गूंजा शहादत का जज़्बा

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धनगढ़ी स्मारक पर भावभीनी श्रद्धांजलि, 33 वनकर्मियों के बलिदान को किया गया नमन

रामनगर।कार्बेट टाइगर रिजर्व का वातावरण गुरुवार को भावनाओं से भरा हुआ था। अवसर था वन शहीद दिवस का। इस दिन को उन वीर वनकर्मियों की याद में मनाया जाता है जिन्होंने जंगल और वन्यजीवों की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी।

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कार्यक्रम की शुरुआत धनगढ़ी स्थित वन शहीद स्मारक पर माल्यार्पण से हुई। निदेशक डॉ. साकेत बडोला ने पुष्पांजलि अर्पित कर कहा “यह दिन हमें साहस, समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा की प्रेरणा देता है। वन एवं वन्यजीवों की रक्षा में जुटे हर कर्मचारी को सतर्क रहकर अपने दायित्व निभाने होंगे।”

इस मौके पर ध्रुव मर्तोलिया, प्रभागीय वनाधिकारी, रामनगर ने कहा कि वन शहीद दिवस केवल श्रद्धांजलि का दिन नहीं, बल्कि यह हमें याद दिलाता है कि वनकर्मी कितनी कठिन परिस्थितियों में काम करते हैं। उन्होंने वनकर्मियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि “खतरों के बीच भी उनका साहस सराहनीय है।”

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कार्यक्रम में बड़ी संख्या में वन अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। धर्मपाल, वन दरोगा, सर्पदुली रेंज ने जानकारी दी कि अब तक कार्बेट में 33 वनकर्मी बाघों, हाथियों और विषैले सर्पदंश की चपेट में आकर शहीद हो चुके हैं।

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कॉर्बेट निदेशक डॉ. बडोला ने कहा”वन शहीद दिवस केवल श्रद्धांजलि का अवसर नहीं, यह संकल्प का दिन भी है कि हम पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीवों की रक्षा के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देंगे।”

कार्यक्रम का समापन सभी शहीद वनकर्मियों की स्मृति में दो मिनट के मौन के साथ हुआ।