उत्तराखंडदेहरादून

विकसित भारत के लिए विकसित उत्तराखंड’’ के मंत्र पर चल रहा उत्तराखंड-मुख्यमंत्री

ख़बर शेयर करें

देहरादून।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य स्थापना दिवस रजत जयंती पर्व की बधाई देने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करते हुए कहा कि ये हम सभी उत्तराखंड वासियों का सौभाग्य है कि इस ऐतिहासिक अवसर पर हमें यशस्वी प्रधानमंत्री का सानिध्य प्राप्त हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शास्त्रों में भी कहा गया है…‘‘राजा धर्मस्य कारणम्’’. यानि राजा ही धर्म का कारण और रक्षक होता है, जब राजा धर्मपरायण होता है, तब राज्य में सबका कल्याण होता है। ये सूत्र वाक्य आदरणीय प्रधानमंत्री जी, के दिव्य, प्रेरणादायी और कर्मनिष्ठ व्यक्तित्व का साक्षात प्रतिबिंब है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हमारी तीनों सेनाओं ने ऑपरेशन सिन्दूर में दुश्मन को कड़ा सबक सिखाने का काम किया।

यह भी पढ़ें 👉  सिर पर पहाड़ी टोपी, जुबां पर गढ़वाली: पीएम मोदी ने रजत जयंती में पहाड़ का हर रंग दिखाया

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत रत्न परम श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा पुष्पित-पल्लवित उत्तराखंड, वर्ष 2047 तक ‘‘विकसित भारत के लिए विकसित उत्तराखंड’’ के मंत्र पर चलते हुए, एक समृद्ध और आत्मनिर्भर प्रदेश बनने की दिशा में निरंतर अग्रसर है। साथ ही प्रधानमंत्री के प्रेरणादाई नेतृत्व में उत्तराखंड ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट,  G-20 सम्मेलन की बैठकों सहित 38वें राष्ट्रीय खेलों के भव्य आयोजनों द्वारा भी बदलते उत्तराखंड की सुनहरी तस्वीर विश्व पटल पर प्रस्तुत की है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड स्थापना दिवस पर प्रगतिशील भोजन माताओं ने उठाई आवाज़, दशकों की उपेक्षा पर किया प्रदर्शन।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि केदारनाथ त्रासदी, सिलक्यारा टनल हादसा, जोशीमठ भूधंसाव या अन्य प्राकृतिक आपदाओं के समय प्रधानमंत्री ने संवेदनशीलता के साथ उत्तराखंड की जनता का साथ दिया है। प्रधानमंत्री के इसी स्नेहपूर्ण सहयोग और मार्गदर्शन से उत्तराखंड कठिनाइयों से उबरकर एक नई शक्ति, नए संकल्प और नई ऊर्जा के साथ आज आगे आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार विकास के साथ-साथ राज्य की सांस्कृतिक अस्मिता, पारंपरिक पहचान और डेमोग्राफिक संतुलन को संरक्षित रखने के लिए भी कार्य कर रही है। इसी क्रम में समान नागरिक संहिता, नकल विरोधी कानून, धर्मांतरण विरोधी कानून, दंगारोधी कानून, मदरसा बोर्ड की समाप्ति जैसे कार्यों से उत्तराखंड एक समरस समाज के निर्माण की दिशा में अग्रसर है।  
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत देश की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले हमारे वीर जवानों के साथ ही उत्तराखंड राज्य आंदोलन के शहीदों और आंदोलनकारियों को नमन करते हुए, प्रदेशवासियों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई देने के साथ दी।

यह भी पढ़ें 👉  अपहरण की पटकथा फेल! पुलिस ने कुछ घंटे में पकड़ा पूरा गैंग

इस मौके पर राज्यपाल ले. ज. (से.नि.) गुरमीत सिंह, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी, राज्यसभा सांसद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट सहित गणमान्य लोग उपस्थित हुए।