उत्तराखंडकुमाऊंनैनीतालसमस्या

संयुक्त संघर्ष समिति ने टाइगर के आतंक से सुरक्षा की मांग कर रहे 50 ग्रामीणों पर कार्बेट प्रशासन द्वारा मुकदमा दर्ज करने की कड़े शब्दों में की निंदा।

ख़बर शेयर करें

रामनगर।संयुक्त संघर्ष समिति ने टाइगर के आतंक से सुरक्षा की मांग कर रहे 50 ग्रामीणों पर कार्बेट प्रशासन द्वारा मुकदमा दर्ज करने की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि निर्दोष ग्रामीणों की जंगली जानवरों से मौतों के लिए जिम्मेदार अपराधी पार्क प्रशासन अपनी नाकामी छुपाने के लिए निर्दोष ग्रामीणों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहा है जिसे किसी भी शर्त पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

वन चौकी सांवल्दे पर धरने का संचालन करते हुए तारा बेलबाल ने कहा कि पिछले 1 महीने से हम ग्रामीण दिन-रात पार्क प्रशासन से आदमखोर को टाइगर को पकड़ने की मांग कर रहे हैं। पार्क प्रशासन ग्रामीणों पर फर्जी मुकदमें लगाकर डराना चाहता है। उन्होंने कहा कि प्रशासन के फर्जी मुकदमे से हम डरने वाले नहीं है। महिलाओं ने कहा कि हम सभी अपनी सुरक्षा के लिए जेल जाने को तैयार हैं।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने 7वें कॉमन रिव्यू मिशन की बैठक में प्रतिभाग किया

संयुक्त संघर्ष समिति के महेश जोशी ने कहा कि पिछले 1 साल में जंगली जानवरों के हमले में कार्बेट पार्क और उसके आसपास के क्षेत्र में एक दर्शन से भी अधिक लोग मारे गए हैं। यह मौतें पार्क प्रशासन की लापरवाही के कारण हुई हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन कानून के अनुसार काम करने की जगह वन प्रशासन के दबाव में काम कर रहा है तथा निर्दोष लोगों की मौत के जिम्मेदार कार्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक साकेत बडोला, उपनिदेशक राहुल मिश्रा व रेंज अधिकारी भानु प्रकाश के खिलाफ मेरी तहरीर लेने के लिए भी तैयार नहीं है जबकि कानून के अनुसार पुलिस को उनके खिलाफ स्वत: संज्ञान लेकर मुकदमा कायम करना चाहिए।

यह भी पढ़ें 👉  सीएम धामी से चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने की मुलाकात सुरक्षा से सम्बन्धित विभिन्न पहलुओं पर हुई चर्चा।

समिति के संयोजक ललित उप्रेति ने बताया कि 18 फरवरी को ग्राम सांवल्दे धरना स्थल पर वृहद सभा का आयोजन किया जाएगा जिसमें जंगली जानवरों से सुरक्षा को लेकर आंदोलन की आगामी रणनीति तैयार की जाएगी। इस दौरान धरना जारी रहेगा।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड राज्य के प्रस्तुत बजट 2025–26 में राज्य की जनता के लिए क्या हैं सरकार की नई योजनाएं इस पर डाले एक नज़र।

धरने पर नरगिस, गीता देवी, मुन्नी, तुलसी रावत, ललिता रावत, संजय मेहता, इंद्र लाल, राशिद, जसोदा, सुनीता, सरोज, सरस्वती जोशी, मुन्नी देवी कमला देवी, पार्वती, भगवती, पुष्पा, चंपा, गंगा, काजल, ललित पांडे, खुर्शीद जहां, नसरीन, बबीता देवी, शोभा देवी, जमीला, शांति, निर्मला, संतोष, पिंकी, प्रभात ध्यानी समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।