उत्तराखंडउधम सिंह नगरकुमाऊं

हरिपुरा और बाजपुर से सीधे कार्बेट पार्क तक: दो अनाथ हाथियों की नई यात्रा

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उधमसिंह नगर। तराई के जंगलों में मां से बिछड़े हाथी के नन्हें बच्चों राजा और रुस्तम के लिए खुशखबरी है। वन विभाग ने दोनों को सुरक्षित और उपयुक्त वातावरण देने के लिए कार्बेट टाइगर रिजर्व (CTR) में शिफ्ट करने की योजना बनाई है। इसके लिए विभाग ने चीफ वाइल्ड लाइफ को औपचारिक पत्र भेजा है।

राजा और रुस्तम की कहानी
17 जनवरी को हरिपुरा जलाशय क्षेत्र में घायल अवस्था में मिला तीन महीने का हाथी का बच्चा राजा और 2 अप्रैल को बाजपुर के बन्नाखेड़ा क्षेत्र में झुंड से बिछड़ा चार महीने का बच्चा रुस्तम अब आठ और पांच महीने के हो चुके हैं। वनकर्मियों ने दोनों की देखभाल शुरू की और फिलहाल वे संजय वन में रह रहे हैं।

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वन विभाग के अनुसार, जैसे-जैसे दोनों की उम्र बढ़ रही है, उनकी शरारतें भी बढ़ती जा रही हैं। दोनों को फेंसिंग के भीतर रखा जाता है, लेकिन जैसे ही गेट खुलता है, वे जंगल की ओर भाग निकलते हैं। इन्हें संभालना अब चुनौतीपूर्ण हो गया है।

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कार्बेट पार्क में होगी नई जिंदगी
वन विभाग का कहना है कि कार्बेट पार्क का वातावरण इन बच्चों के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। यहाँ ढिकाला रेंज में पहले से ही कई हाथी हैं और महावतों की देखरेख में राजा और रुस्तम को प्रशिक्षण और पालन-पोषण मिलेगा। भविष्य में इनकी मदद से पार्क में गश्त का काम भी लिया जा सकेगा।

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शशि देव, एसडीओ, वन विभाग ने कहा, “हाथियों के बच्चे अब समझदार होने लगे हैं, और उम्र बढ़ने के साथ उनकी शरारतें भी बढ़ रही हैं। इसलिए कार्बेट पार्क में शिफ्टिंग जरूरी है।”