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कोरोना के कारण 47 साल पुरानी परम्परा पर लग सकता है ब्रेक।

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नैनीताल/रामनगर-कोरोना संंक्रमण केे बढ़ते प्रकोप को देखते हुए रामनगर में इस बार रामलीला का आयोजन प्रभावित हो सकता है।यदि ऐसा हुआ तो 47 साल पुरानी परम्परा पर ब्रेक लग सकता है।

पर्वतीत रामलीला

अपने पाठकों को बता दे कि रामनगर में कोरोना संक्रमण का प्रकोप बढ़ रहा है।काफी संख्या में कोरोना के मामले निकल कर सामने आ रहे है।जिस कारण कोरोना काल के चलते सरकार के आदेशों का पालन करते हुए संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगाये गये लॉकडाउन से लोगो का कारोबार बहुत प्रभावित हुआ है।आमजन के सामने कई प्रकार की दिक्कतें देखने को मिली है बावजूद इसके बहुत से लोगो का कारोबार पूरी तरह से ठप हो चुका है।अभी भी रामनगर क्षेत्र में कोरोना के नये मामले सामने आ रहे है।

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रामलीला समिति के महाप्रबंधक का क्या है कहना देखे वीडियो।

जिसको देखते हुए प्रगतिशील सांस्कृतिक पर्वतीय समिति के महाप्रबंधक दिनेश सत्यवाली का मानना है कि इस वर्ष समिति द्वारा करायी जाने वाली रामलीला का आयोजन नही होने की सम्भवना बनी हुई है।क्योंकि कोरोना संक्रमण से लोग भयभीत है।लोगो का कामकाज ठप हो गया है।रामनगर की जनता बहुत परेशान है।इस बार रामलीला का आयोजन करना उचित नही रहेगा।हालांकि इस समय से रामलीला के मंचन के लिए कलाकारों की तालीम शुरू हो जाया करती थी जो कि अभी तक शुरू नही हुई है।जिससे लगता है कि 47 सालो पुरानी परम्परा रुक जायेगी और इस बार रामलीला का आयोजन नही हो सकेगा।हालांकि महाप्रबंधक ने रामलीला के आयोजन नही होने का पूरी तरह से इंकार नही किया है।उनका यह भी कहना है कि यदि रामलीला के मंचन के समय तक कोरोना का खतरा कम हो गया और प्रशासन ने रामलीला के आयोजन की अनुमति दे दी तो रामलीला करायी भी जा सकती है।लेकिन लगता नही ऐसा हो पायेगा।