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6दिन बाद राहत की सांस: लिम्चागाड़ में वैली ब्रिज तैयार, सोनगाड़ तक सड़क संपर्क बहाल

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भारत-चीन सीमा से जुड़ा गंगोत्री हाईवे फिर खुला, सीएम धामी की सतत निगरानी से तेज़ हुए राहत कार्य

उत्तरकाशी।उत्तरकाशी में आपदा से क्षतिग्रस्त पुल की जगह लिम्चागाड़ में बना वैली ब्रिज रविवार को तैयार हो गया है। इसके साथ ही गंगोत्री हाईवे पर सोनगाड़ तक सड़क संपर्क बहाल हो गया है, जिससे राहत और बचाव कार्यों में नई गति आ गई है।

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा के तुरंत बाद मौके पर पहुंचकर राहत, बचाव और पुनर्निर्माण कार्यों को युद्धस्तर पर संचालित करने के निर्देश दिए थे। वे लगातार इन कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं। उनके निर्देशन में राज्य व केंद्र की कई एजेंसियां और विभाग बेहतर समन्वय के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं।

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सामरिक दृष्टि से बेहद अहम यह पुल गंगोत्री धाम के साथ-साथ भारत-चीन सीमा पर स्थित सेना की चौकियों तक रसद पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण है। 5 अगस्त को धराली में आई आपदा के बाद 30 मीटर लंबे पुल के बह जाने और कई स्थानों पर हाईवे वाश आउट होने से घाटी की कनेक्टिविटी पूरी तरह टूट गई थी।

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बीते तीन दिनों से SDRF, सेना, पुलिस और BRO की टीमों ने दिन-रात युद्धस्तर पर काम कर पुल का निर्माण पूरा किया। अब वैली ब्रिज तैयार होने से धराली-हर्षिल रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी आएगी, भारी मशीनरी पहुंचाना आसान होगा और आगे का गंगोत्री हाईवे भी जल्द खुल सकेगा।

रिपोर्ट:कीर्ति निधि सजवाण, उत्तरकाशी