उत्तराखंडउधम सिंह नगरकुमाऊं

4 माह के गजराज को बाघ ने बनाया शिकार, खटीमा वन क्षेत्र का मामला

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खटीमा/उधम सिंह नगर।खटीमा वन क्षेत्र में बाघ और हाथी के बीच दुर्लभ संघर्ष की खबर सामने आई है। वन विभाग ने बताया कि 4 महीने के नर हाथी का शव खटीमा की चकरपुर रेंज में पाया गया। शुरुआती जांच में शव पर बाघ के पंजों के निशान मिले हैं, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि हाथी के बच्चे की मौत बाघ के हमले में हुई है।

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ग्रामीणों ने की थी सूचना: रविवार को नई बस्ती बूढ़ाबाग की महिलाएं जंगल में चारा लेने गई थीं, तभी उन्होंने उत्तरी बनबसा कम्पार्ट (कक्ष संख्या 8) में हाथी के बच्चे का शव देखा। ग्रामीणों ने तुरंत खटीमा रेंज के वन अधिकारी महेश चंद्र जोशी को सूचना दी।

वन विभाग ने किया पोस्टमार्टम: वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। एसडीओ संचिता वर्मा की देखरेख में पशु चिकित्सक आर. चंतोला और एम.एस. मलिक ने पोस्टमार्टम किया। उन्होंने बताया कि मृत हाथी का बच्चा लगभग 4 महीने का था और शव 10-15 दिन पुराना था। शव का सुरक्षित दफन भी कर दिया गया है।

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दुर्लभ घटना: एसडीओ संचिता वर्मा ने कहा कि बाघ का हाथी के बच्चे पर हमला दुर्लभ है, क्योंकि हाथी नियमित रूप से इस क्षेत्र में आते रहते हैं। उन्होंने कहा कि वन विभाग ने आसपास के क्षेत्र में वन्यजीव गतिविधियों की निगरानी बढ़ा दी है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

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वन विभाग की जांच जारी: वन विभाग पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रहा है और यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि क्या यह एक अकेली घटना है या क्षेत्र में वन्यजीव संघर्ष की संभावना बढ़ रही है।