उत्तराखंडउधम सिंह नगरकुमाऊंशिक्षा

फ़र्ज़ी प्रमाण पत्रों के आधार पर नोकरी पाने वाले शिक्षक पर मुकदमा दर्ज।

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ऊधमसिंह नगर- किच्छा में फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे  शिक्षा विभाग में नौकरी पाने वाले एक शिक्षक पर अब कानूनी शिकंजा कस गया है।  शिक्षा विभाग के अफसरों की तरफ एक शिक्षक के विरुद्ध धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया गया है। पुलिस अब इन शिक्षक को गिरफ्तार करने की तैयारी कर रही है।

बताया जा रहा है कि आरोपी मंसूर अहमद पुत्र ज़हूर अहमद निवासी आज़ाद नगर लाइन नम्बर 15 हल्द्वानी जनपद नैनीताल का है।जिन्होंने इण्टरमीडिएट का फ़र्ज़ी प्रमाण पत्र लगाकर नोकरी हासिल कर ली।इनकी तैनाती 12 अक्टूबर 1995 को ग्राम नोगंवा के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में उर्दू के सहायक पद पर हो गयी।शिक्षा विभाग को मंसूर अहमद के फ़र्ज़ी प्रमाण पत्र होने की सूचना मिलने पर उसके प्रमाण पत्रों की जाँच करायी गयी।मंसूर की सेवा पंजिका में अंकित विवरण के अनुसार शैक्षिक योग्यता इंटरमीडिएट 1987 माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश है। मंसूर के इंटरमीडिएट प्रमाण पत्र के संबध में सत्यापन की आख्या क्षेत्रीय सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश क्षेत्रीय कार्यालय से ली गई। उनके कार्यालय से 19 जून 2020 को जबाव मिला मंसूर का परीक्षाफल डब्ल्यूबी सूची के अंतर्गत रद्द किया गया है। अंकपत्र परिषद कार्यालय से जारी नहीं किया गया। अभिलेखों के अनुसार मंसूर का इंटरमीडिएट का परीक्षा फल निरस्त है। जिला शिक्षा अधिकारी, प्रारंभिक शिक्षा ऊधमसिंह नगर ने अपने कार्यालय से 26 जून 2020 को मंसूर को 10 जुलाई 2020 को अपना पक्ष रखने के लिए निर्देशित किया। जिसके बाद मंसूर ने अपना पक्ष जिला शिक्षा अधिकारी, प्रारम्भिक शिक्षा के सामने रखा। मंसूर का जबाव संतोषजनक नहीं होने के कारण 13 जुलाई 2020 को बर्खास्त कर दिया गया। बुधवार को उपखंड शिक्षा अधिकारी गुंजन अमरोही ने पुलिस को तहरीर देकर मंसूर के खिलाफ फर्जी इंटरमीडिएट प्रमाण पत्र के आधार पर, फर्जी तरीके से शिक्षा विभाग में नियुक्ति प्राप्त किये जाने के आरोप में केस दर्ज करने की मांग की। पुलिस ने आरोपी शिक्षक पर धारा 420, 467, 468, 471 के तहत केस दर्ज कर लिया है।

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