श्रीनगर(उत्तराखंड):एक माह की गर्मी की छुट्टी के बाद 1जुलाई से प्रदेश के स्कूल खुले है। स्कूल खुलने के पहले ही दिन प्रधानाध्यापिका व सह अध्यापिकाओ को पठन-पाठन का कार्य छोड़ पूरे समय स्टाफ रुम मे बैठना भारी पड़ गया।अचानक स्कूल मे मुख्य शिक्षा अधिकारी के औचक निरिक्षण के दौरान प्रधानाध्यापिका व शिक्षिकाओ की इस लापरवाही को देखते हुए अग्रिम आदेश तक वेतन रोक देने के आदेश जारी कर दिये है।मामला विकासखंड पौड़ी के अन्तर्गत राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ल्वाली का है।
जून की छुट्टी के बाद शनिवार 1 जुलाई से प्रदेश के स्कूल खुल गये हैं।स्कूल खुलने के पहले ही दिन राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ल्वाली,विकासखंड पौड़ी मे कार्यरत प्रधानाध्यापिका समेत समस्त शिक्षिकाओ पर पठन-पाठन के कार्य मे लापरवाही करने पर मुख्य शिक्षा अधिकारी ने बड़ी कार्यवाही की है।
मुख्य शिक्षा अधिकारी (पौड़ी गड्वाल)डॉ आनन्द भारद्वाज द्वारा राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ल्वाली का औचक निरिक्षण किया गया।जिसमे कोई भी शिक्षिका अपनी कक्षा मे बालिकाओ को पढाती हुई नही मिली बल्कि प्रधानाध्यापिका समेत स्टाफ रुम मे मौजूद मिली।मुख्य शिक्षा अधिकारी डॉ आनन्द भारद्वाज द्वारा बच्चो से पूछताछ की गयी।बच्चो ने बताया की सुबह से लेकर दोपहर 12:30बजे तक कोई पढाई नही हुई है।मुख्य शिक्षा अधिकारी ने तुरन्त एक्शन लेते हुए प्रधानध्यापिका समेत आठ शिक्षिकाओ के वेतन पर अग्रिम आदेश तक रोक लगा दी है।
वेतन पर रोक को लेकर सीईओ डॉ भारद्वाज द्वारा आदेश जारी कर दिया है।आदेश मे स्कूल के समस्त स्टाफ की पढाई को लेकर हीलाहवाली को लेकर आपत्तिजनक बताया है।प्रभारी प्रधानध्यापिका समेत समस्त शिक्षिकाओ से एक सप्ताह के भीतर लिखित रूप मे स्पष्टीकरण देने के लिए निर्देशित किया गया है।तथा संतोषजनक स्पष्टीकरण न मिलने पर प्रशासनिक कार्यवाही करने की चेतावनी दी है।
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