उत्तराखंडकुमाऊंनैनीतालशिक्षासमस्या

आदमखोर बाघ की दहशत के चलते बंदूक के साए तले स्कूल जाने को मजबूर हैं विद्यार्थी

ख़बर शेयर करें

पहाड़ टुडे से जुड़ने के लिए नीचे दिए हुए लिंक बटन पर क्लिक करे।पहाड़ टुडे पर विज्ञापन प्रसारित करने के लिए सम्पर्क करे।

रामनगर(उत्तराखंड):आदमखोर बाघ की दहशत के चलते स्कूल में पढ़ने वाले छात्र छात्राएं बंदूक के साए तले विद्यालय जाने को मजबूर हैं।सोमवार को बंदूकधारी वनकर्मियों की सुरक्षा में राजकीय इंटर कालेज ढेला के पटरानी निवासी बच्चों को स्कूल पढ़ने के लिए पहुंचाया गया।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड के चार गांवों को मिलेगा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार

जानकारी के मुताबिक सोमवार को राजकीय इंटर कालेज ढेला के पटरानी निवासी बच्चों को बंदूकधारी  वनकर्मियों की सुरक्षा में कालेज लाया गया।दो दिन पूर्व ढेला में जंगल लकड़ी बीनने गई महिला कलादेवी को बाघ ने मार दिया।तब से ही ढेला ग्रामवासियों के साथ पटरानी से ढेला इंटर कालेज पढ़ने आने वाले 80 से अधिक बच्चों को भी पूर्ण सुरक्षा की मांग उठ रही है।महिला को मारने की घटना उसी जंगल में हुई है,जहां से पटरानी के बच्चे ढेला आते,जाते हैं।

यह भी पढ़ें 👉  1094 कनिष्ठ अभियन्ताओं को प्रदान किये गये नियुक्ति पत्र ।

ढेला इंटर कालेज के शिक्षक नवेंदु मठपाल के अनुसार वे लगातार ढेला रेंजर अजय ध्यानी के संपर्क में हैं ताकि बच्चों को पूर्ण सुरक्षा में पटरानी से ढेला ,ले जाना हो।उन्होंने बच्चों को लाने,ले जाने के लिए वाहन लगाए जाने की भी मांग की।आज बच्चों को लाने वालों में कार्बेट टाइगर रिजर्व के गोधन सिंह वन आरक्षी तेजपाल रावत कुबेर बंगारी रहे।