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विधायक का टिकिट कटने के बाद गजराज की पार्टी से बगावत हुई खत्म त्रिवेंद्र का टॉनिक काम कर गया।

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ललित बधानी,संवाददाता

हल्द्वानी-भाजपा का डेमेज कंट्रोल रोकने की जिम्मेदारी संभाल रहे पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत मंडी परिषद के पूर्व अध्यक्ष गजराज बिष्ट की नाराजगी दूर करने में कामयाब हो गये है।अब ज़ुबान से गरजने और आँखों से बरसने वाले गजराज बिष्ट .सोमवार को अपना नामाँकन वापस लेंगें।

सुने क्या कहते है त्रिवेंद्र सिंह रावत।

बता दे कि रविवार को पूर्व सीएम व वरिष्ठ भाजपा नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत हल्द्वानी स्थित गजराज के घर मनाने पहुँचे।गजराज बिष्ट की शिकायतों और दुःख को सुनने के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपना व पार्टी का हवाला देते हुए नाराज़गी दूर करने का आग्रह किया और आखिरकार गजराज बिष्ट को मना लिया।

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पूर्व सीएम त्रिवेंद्र की माने तो गजराज बिष्ट मान गये है।वह नामाँकन वापस लेंगे।इस डेमेज कंट्रोल से कालाढूंगी विधानसभा से चुनाव लड़ रहे बंशीधर भगत के लिए जीत की राह आसान हो गयी है।

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गौरतलब है कि गजराज बिष्ट भाजपा से उन्हें टिकिट न दिए जाने से नाराज़ थे और उन्होंने निर्दलीय कालाढूंगी सीट से नामाँकन किया था।गजराज के मुताबिक वह निर्दलीय चुनाव अपने लिए नही कालाढूंगी के बीस हज़ार युवा बोटरो की राजनीति में आने की इच्छा रखने वाले बोटरो कि आस न टूटे उनके लिए लड़ रहे थे।उन्होंने सच्चे और अच्छे युवाओं को राजनीति में आने के लिए अपील भी की थी।

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दुख और तकलीफ के सागर में डूबे गजराज पार्टी के लिए खूब गरजे और आँखों से भी बरसे वह सारे दावे जो उन्होंने एक दिन पहले प्रेस वार्ता करते हुए युवाओं से करे थे।एक दिन बाद वह फुस हो गये।त्रिवेंद्र सिंह रावत का आदर रखते हुए आखिर में वह मान गये।कल गजराज अपना नामाँकन वापस लेंगे ऐसी उम्मीद जतायी जा रही है।