उधम सिंह नगरकुमाऊंविवाद

किसानों का सैलाब बहा ले गया पुलिस की सारी व्यवस्थाये।देखे वीडियो।

ख़बर शेयर करें

ऊधमसिंह नगर-बाजपुर में किसानों को दिल्ली आंदोलन में जाने से रोकने के लिए भारी मात्रा में पुलिस तैनात किया गया था,तथा बैरिकेट्स लगाये गये थे परन्तु किसानों ने पुलिस प्रशासन की तमाम कोशिशों के बाद भी किसान नही रुक पाये और ट्रैक्टर से पुलिस का घेरा और बैरिकेट्स को तोड़ते हुए यूपी उत्तराखण्ड बॉर्डर क्रॉस कर दिल्ली के लिए रवाना हो गये।वही एसएसपी ऊधमसिंह नगर ने कहा कि किसानों को रोकने के प्रयास में कुछ पुकिसकर्मी घायल हुए हैं।घटनाक्रम की वीडियोग्राफी करवाई है जिसके बाद प्रदर्शनकारियों और पुलिस पर हमला करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

यह भी पढ़ें 👉  कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला स्थित रेस्क्यू सेंटर में केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की टीम निरीक्षण करने पहुंची,टीम द्वारा रेस्क्यू सेंटर से सम्बन्धित व्यवस्थाओं के सुधार के दिए दिशा निर्देश।
किसानों के आक्रोश का देखे वीडियो।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा पारित किसान कृषि बिल को वापिस लेने की माँग को लेकर दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे है।ऐसे में किसानों में एक जुटता और किसानों की ताकत का लोहा मनवाने के लिए किसान दिल्ली आंदोलन में भाग लेने जा रहे थे।दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए सुरक्षा के चाक-चौबन्द इंतज़ाम कर रखे थे।बाजपुर सिख गुरद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष और शिरोमणि अकाली दल के सदस्य मनजिंदर सिंह सिरसा और भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा के नेतृत्व में दोराहा रोड स्थित एक मैरिज पैलेस में एकत्र हुए। जिसके बाद किसान विशाल जुलूस निकालते हुए दोराहा बॉर्डर पर पहुंचे जहां किसानों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद था। किसानों ने पुलिस से दिल्ली जाने देने का निवेदन किया लेकिन पुलिस ने किसानों की एक न सुनी। जिसके बाद आक्रोशित किसानो ने ट्रैक्टर से पुलिस प्रशासन द्वारा लगाए गए बैरिकेडिंग को तोड़कर नष्ट कर दिया। जिसके बाद किसान पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करते हुए दिल्ली रवाना हुए। किसानों के आक्रोश के सामने पुलिस बेबस नजर आई। वही किसानों द्वारा की गई तोड़फोड़ के दौरान कई पुलिसकर्मियों को हल्की चोटें आई हैं।वही एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने कहा कि पुलिस प्रशासन ने पूरे घटनाक्रम की वीडियोग्राफी करवाई है जिसके बाद प्रदर्शनकारियों और पुलिस पर हमला करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।