उत्तराखंडकुमाऊंनैनीताल

रामनगर वन परिसर में अपना घर बचाने के लिए धरना दे रहे वन ग्राम के ग्रामीणों को मिला संयुक्त किसान मोर्चा का साथ, किसान नेताओं ने आगामी 29 अगस्त को ग्राम पूछड़ी में प्रस्तावित महापंचायत में बड़ी संख्या में भागीदारी करने का किया ऐलान।

ख़बर शेयर करें

रामनगर।विगत 20 अगस्त से अपने घरों को बचाने एवं व्यक्ति जहां पर निवास कर रहा है उसे वहीं पर नियमित कर मालिकाना हक दिए जाने आदि मांगों के लिए रामनगर वन परिसर के समक्ष धरने पर बैठे ग्रामीणों को संयुक्त किसान मोर्चा का साथ मिला है।

संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जगतार सिंह बाजवा, भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के प्रदेश अध्यक्ष जन कवि बल्ली सिंह चीमा, जिलाध्यक्ष महेंद्र सिंह व छत्रपाल सिंह ने धरना स्थल पर पहुंच वन ग्रामों को राजस्व ग्राम घोषित करने तथा उत्तराखंड में अतिक्रमण विरोधी अभियान पर रोक लगाने की मांग का समर्थन किया। किसान नेताओं ने आगामी 29 अगस्त को ग्राम पूछड़ी में प्रस्तावित महापंचायत में बड़ी संख्या में भागीदारी करने का एलान किया।

यह भी पढ़ें 👉  बुलेरो वाहन अनियंत्रित होकर खाई में गिरा चालक की मौत

सभा में संयुक्त संघर्ष समिति ने हल्द्वानी में सौ से अधिक दुकानों को तोड़ने की कार्रवाई पर तत्काल रोक लगाने की मांग करते हुए हल्द्वानी के व्यापारियों के आंदोलन का समर्थन किया।

सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि वन भूमि पर निवास कर रहे हम लोग चुनावों के समय वोट देने के लिए देश के नागरिक होते हैं और चुनाव जीतने के बाद सत्ता पाने पर हम भाजपा के लिए अतिक्रमणकारी बन गए हैं। वक्ताओं ने कहा कि आज दो दिन बीत चुके हैं परंतु ना तो रामनगर विधायक ने और ना ही नेता प्रतिपक्ष ने हमारे मामले को गैरसैंण विधानसभा सत्र में उठाया है।

यह भी पढ़ें 👉  प्रदेश में अब 59 वर्ष 6 माह की आयु पूर्ण करने पर वृद्धावस्था पेंशन हेतु किये जा सकेंगे आवेदन

वक्ताओं ने उत्तराखंड की भाजपा सरकार को भ्रष्टाचारी बताते हुए कहा कि कैग की रिपोर्ट है उत्तराखंड सरकार ने 3 हजार करोड रुपए से भी अधिक की राशि बिना बिल वाउचर के खर्च कर दी है। ये भाजपा सरकार द्वारा जनता से टैक्स के रूप में वसूले जा रहे पैसे की लूट है। भाजपा सरकार को जनता को पाई-पाई का हिसाब देना होगा।

यह भी पढ़ें 👉  मार्च तक निर्बल वर्ग के लिए तैयार होंगे 16 हजार किफायती घर

कार्यक्रम में जन कवि बल्ली सिंह चीमा द्वारा प्रस्तुत गीत जिंदा है तो सड़कों पर आजा संघर्षों में शामिल हो तथा यार सुना है लाठी चार्ज हल्का-हल्का होता है ने जनता के बीच जोश भर दिया।अंत में जुलूस निकाल कर चार दिवसीय धरने का समापन किया गया।

सभा को महिला एकता मंच की ललिता रावत, कांग्रेस नेता फैजुल हक, सुमित लोहनी, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की शीला शर्मा, जुल्फिकार अली,ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी, समाजवादी लोक मंच के मुनीष कुमार,वन ग्राम विकास संघर्ष समिति के एस लाल, रमेश आर्य, राज्य आंदोलनकारी डॉ. निशांत पपनै ने भी संबोधित किया।