उत्तराखंडकुमाऊंनैनीताल

हल्द्वानी में तनाव फैलाने की कोशिश नाकाम, उपद्रवियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग तेज

ख़बर शेयर करें

हल्द्वानी। शहर में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की एक और कोशिश शुक्रवार देर शाम उस समय सामने आई, जब बरेली रोड क्षेत्र में कुछ अराजक तत्वों ने बिना किसी जांच-पड़ताल के अफवाहों के आधार पर हंगामा खड़ा कर दिया। घटना की शुरुआत कथित तौर पर किसी जानवर का सिर मिलने और एक कुत्ते के मुंह में मांस का टुकड़ा दिखने की चर्चा से हुई। यह अफवाह देखते ही देखते हिंदूवादी संगठनों से जुड़े उपद्रवी तत्वों के हाथों में बहाना बन गई।

सूत्रों के अनुसार, कुछ लम्पटों ने इसे गौवंश हत्या का मामला बताकर सड़क पर उतरकर तोड़फोड़, पत्थरबाजी और उपद्रवी नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान समुदाय विशेष के दुकानदार और एक ऑटो चालक से मारपीट की घटना भी सामने आई। अचानक हुई इस उन्मादी वारदात से क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई, लेकिन स्थानीय लोगों की समझदारी और संयम ने माहौल बिगड़ने से बचा लिया।

यह भी पढ़ें 👉  रामनगर में सामाजिक–राजनीतिक संगठनों की बैठक, माब लिंचिंग प्रकरण पर तीखी प्रतिक्रियाअपराधियों की गिरफ्तारी, हेट स्पीच पर कार्रवाई और घायल चालक को 10 लाख मुआवज़े की उठी मांग

इंकलाबी मजदूर केंद्र ने इन घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए उपद्रव में शामिल सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। संगठन का कहना है कि यह कोई पहली घटना नहीं है, बल्कि राज्य को योजनाबद्ध तरीके से सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की आग में धकेला जा रहा है।

यह भी पढ़ें 👉  खबरें संक्षेप:प्रेस दिवस पर मुख्यमंत्री का संदेश, आंगनबाड़ी और अधिवक्ताओं ने ज्ञापन सौंपा

संगठन के महासचिव रोहित रुहेला ने आरोप लगाया कि हाल के दिनों में रामनगर के छोई और बैलपड़ाव क्षेत्रों में मॉब लिंचिंग प्रयास के आरोपियों को अब तक गिरफ्तार न किया जाना, बनभूलपुरा की पुलिस फायरिंग, और पुरोला-उत्तरकाशी की घटनाएं—इन सबके पीछे एक बड़ी राजनीतिक रणनीति दिखाई देती है।

उन्होंने कहा कि एक ओर प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है, श्रम कानूनों का उल्लंघन आम बात हो चुका है, शिक्षा-चिकित्सा जैसी मूलभूत व्यवस्थाएं बदहाल हैं, वहीं दूसरी ओर जनता का ध्यान भटकाने के लिए ‘लव जिहाद’, ‘लैंड जिहाद’, ‘नकल जिहाद’ जैसे शब्दों के जरिए सांप्रदायिक माहौल बनाया जा रहा है।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए पर्वतारोही बछेंद्री पाल ने प्रदान किया 10 लाख का चेक

रुहेला का कहना है कि आज देश में अडानी-अंबानी जैसे एकाधिकारी पूंजीपतियों और आरएसएस-भाजपा के बीच गठजोड़ लोकतंत्र के लिए खतरा बन चुका है। उन्होंने अपील की कि उत्तराखंड की आम जनता, छात्र, युवा और मजदूर-मेहनतकश इन उकसावे वाली ताकतों के झांसे में न आएं और अपने वास्तविक मुद्दों—रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और श्रमिक अधिकारों—को लेकर एकजुट होकर आवाज उठाएं।