उत्तराखंडगढ़वालदुर्घटनापौड़ी गढ़वाल

जिवई गांव में भालू का कहर, घास काट रही महिला पर हमला – चेहरे पर गंभीर चोट, एम्स दिल्ली रेफर

ख़बर शेयर करें

बीरोंखाल / पौड़।पर्वतीय क्षेत्रों में भालू के हमले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं।ताजा मामला, जिवई गांव की 35 वर्षीय लक्ष्मी देवी पर घास काटते समय भालू के हमले का सामने आया है।जहां घास रही लक्ष्मी देवी की चीखों से देखते ही देखते जंगल का सन्नाटा दहशत में बदल गया। भालू के नुकीले पंजों ने लक्ष्मी के चेहरे को बुरी तरह घायल कर दिया और उसकी एक आंख को भी गंभीर नुकसान पहुंचा है।

यह भी पढ़ें 👉  नैनीताल पुलिस ने बड़ा ऑनलाइन गेमिंग फ्रॉड गिरोह धर दबोचा

घटना उस वक्त हुई जब लक्ष्मी देवी अपनी देवरानी, सास और ससुर के साथ गांव से सटे बापता सीमा क्षेत्र में घास काट रही थी। मौके पर मौजूद परिजनों ने बताया कि अचानक झाड़ियों से निकले भालू ने लक्ष्मी पर झपट्टा मारा। चीख-पुकार सुनकर परिजन दौड़े और शोर मचाया, तब जाकर भालू जंगल की ओर भाग गया, लेकिन इससे पहले वह गंभीर चोट पहुंचा चुका था।

यह भी पढ़ें 👉  रामनगर में विशाल निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर, सैकड़ों ग्रामीणों ने कराई जाँच

लक्ष्मी को तुरंत बीरोंखाल अस्पताल लाया गया, जहां डॉ. शैलेंद्र रावत ने प्राथमिक उपचार कर हालत देखते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया। पति महीपाल सिंह दिल्ली में नौकरी करते हैं, इसलिए परिजन लक्ष्मी को बेहतर इलाज के लिए तुरंत एम्स दिल्ली ले गए।

घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम सक्रिय हुई। रेंजर महेंद्र सिंह रावत ने बताया कि क्षेत्र में गश्त बढ़ाई गई है और भालू की गतिविधियों पर नज़र रखी जा रही है।

यह भी पढ़ें 👉  खबरें संक्षेप:प्रेस दिवस पर मुख्यमंत्री का संदेश, आंगनबाड़ी और अधिवक्ताओं ने ज्ञापन सौंपा

वहीं, गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने फोन पर परिजनों से बात कर एम्स में हर संभव सहायता और बेहतर इलाज का भरोसा दिया।
ग्रामीणों में इस घटना के बाद भारी दहशत व्याप्त है और लोग जंगल किनारे काम करने से डर रहे हैं। वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने और अकेले जंगल न जाने की सलाह दी है।