
नैनीताल। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर जिला न्यायालय परिसर में शुक्रवार को मानवता और सेवा का अनोखा संगम देखने को मिला। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (SALSA) और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित भव्य रक्तदान शिविर में न्यायिक अधिकारियों और अधिवक्ताओं ने बढ़-चढ़कर भाग लेते हुए 30 यूनिट से अधिक रक्तदान कर समाज को प्रेरक संदेश दिया।

कार्यक्रम का शुभारंभ उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल ने किया। उन्होंने इस पहल को “न्याय और मानवता का सच्चा उत्सव” बताते हुए कहा कि रक्तदान जीवनदान है और न्यायिक परिवार की यह सामाजिक संवेदनशीलता अनुकरणीय है।
जिला जज हरीश गोयल सहित अनेक न्यायाधीशों, न्यायिक अधिकारियों और अधिवक्ताओं ने स्वेच्छा से रक्तदान कर सेवा-समर्पण की मिसाल पेश की।
राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यपालक अध्यक्ष न्यायमूर्ति मनोज तिवारी ने सभी को रक्तदान के लिए प्रोत्साहित किया और इसे मानवता का सर्वोत्तम कर्तव्य बताया।

कार्यक्रम में न्यायमूर्ति पंकज पुरोहित, न्यायमूर्ति आलोक मेहरा, सालसा सचिव प्रदीपमणि त्रिपाठी, डीएलएसए सचिव पारुल थपलियाल, द्वितीय अपर जिला जज कुलदीप शर्मा, सिविल जज हर्ष यादव, सीजेएम रवि प्रकाश, एसीजेएम रवि रंजन सहित न्यायालय के कई अधिकारी उपस्थित रहे।
बार एसोसिएशन की ओर से अध्यक्ष भगवत प्रसाद, सचिव दीपक रूवाली, वरिष्ठ अधिवक्ता मनीष मोहन जोशी, अधिवक्ता नीरज साह, हरिशंकर कंसल, बहादुर पाल, ओंकार गोस्वामी, उपाध्यक्ष शंकर चौहान, गोपाल सिंह कपकोटी, प्रमोद बहुगुणा, बी.के. सांगुड़ी, गिरीश खोलिया, डीजीसी सुशील कुमार शर्मा, राजेश चंदोला, राम सिंह रौतेला, भुवन जोशी, सुभाष जोशी, शिवांशु जोशी, गौरव कुमार, नीलेश भट्ट, दिग्विजय सिंह बिष्ट, रवि कुमार, निर्मल कुमार, दीपक दत्त पांडेय, तरुण चंद्रा, राजेंद्र भैसोड़ा, नीरज गोस्वामी, प्रमोद कुमार, प्रदीप कुमार सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे।

मानवाधिकार दिवस पर नैनीताल न्यायालय में आयोजित यह रक्तदान शिविर मानवता और सेवा की उस गहरी भावना का प्रतीक बना, जो न्यायालय परिसर को सिर्फ न्याय का केंद्र ही नहीं, बल्कि सामाजिक संवेदना का भी केंद्र साबित करता है।
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