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बर्ड फ्लू की आशंका के चलते कॉर्बेट की नदियों में आने वाले प्रवासी पक्षियों को लेकर कॉर्बेट प्रशासन सतर्क।

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रामनगर-राजस्थान के अलग-अलग जिलों में 250 से ज्यादा कौओं की मौत तथा हिमाचल के पौंग बांध में एक हजार से ज्यादा प्रवासी पक्षियों के मरने का मामला सामने आने के बाद बर्ड फ्लू को लेकर चिंता बढ़ी है। जिसके बाद हिमालयी राज्यों में विशेष रूप से अलर्ट जारी किया गया है। उत्तराखण्ड के ऊधमसिंह नगर और नैनीताल के जलाशयों में भी हज़ारो की संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं, ऐसे में यहां भी बर्ड फ्लू की आशंका बनी हुई है।

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कॉर्बेट के निदेशक का इस बारे में क्या कहना है सुने।


बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए वन-विभाग ने कुमाऊं मण्डल में अलर्ट जारी किया है। कार्बेट नेशनल पार्क में भी बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी पहुंचते हैं। कार्बेट पार्क के रामगंगा जलाशय, तुमडिया जलाशय, कोसी जलाशय और आस-पास के जलाशयों में साइबेरियन पक्षी सात समुदंर पार से यहां पहुंचते हैं। कार्बेट नेशनल पार्क के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि हिमांचल व अन्य राज्यों में पक्षियों की मौत के कारणों का पता लगाया जा रहा है, लेकिन प्रारंभिक जांच में बर्ड फ्लू की बात सामने आई है, जिसके बाद भारत सरकार ने एडवाइजरी जारी कर विभिन्न जलाशयों में प्रवासी पक्षियों पर विशेष नजर रखने को कहा है। उन्होंने कहा कि जहां-जहां पर हमारे प्रवासी पक्षी पहुँँचते हैं वहां विशेष नजर रखी जा रही है। कार्बेट टाइगर रिजर्व में 650 पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं। इसलिए जहां-जहां पक्षियों के स्थान हैं वहां विभाग की टीमों को प्रवासी पक्षी के मूवमेंट पर नजर रखने के आदेश दिए गए हैं।

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