रामनगर(उत्तराखंड):कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की सुरक्षा में अपनी अहम भूमिका निभाने वाली तीन हस्तियां इस बार मनाये जाने वाले वन्य जीव प्राणी सप्ताह में सेवानिवृत्त हो जाएंगी।कॉर्बेट में अपनी सेवाएं दे रहे गौतमी,कैनेडी और एरिस की विभाग सेवानिवृत होने के बाद भी इनकी देखभाल करेगा।कॉर्बेट में हथिनी गौतमी व स्नाइफर डॉग कैनेडी और एरिस की विदाई समारोह की तैयारियां की जा रही है।
बता दे कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में वन और वन्यजीवों की सुरक्षा में अपनी भूमिका निभाने वाली हथिनी गौतमी और दो स्नाइफर डॉग कैनेडी और एरिस समय अवधि पूरी होने के बाद उन्हें रिटायर्ड किया जा रहा है।हथिनी गौतमी कॉर्बेट में अपनी सेवाओं का कार्यकाल पूरा कर चुकी है गौतमी की आयु 65 वर्ष की हो गई है। एलिफेंट गाइड लाइन के अनुसार अब उसके रिटायरमेंट का समय पूरा हो चुका है।वहीं स्नाईफर डॉग कैनेडी और एरिस की भी आयु 10 वर्ष की हो गई है इन दोनो को भी सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा।
इन तीनों जीवों की रिटायरमेंट कॉर्बेट में हर साल की भांति 01 अक्टूबर 07 अक्टूबर तक मनाये जाने वाला वन्य जीव प्राणी सप्ताह के दौरान 04 अक्टूबर को हाथी दिवस के मौके पर सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा।कॉर्बेट में इस दिन इन तीनों जीवों के विदाई समारोह की तैयारियां जोरो पर चल रही हैं।
बता दे कि ऐसे जीवों को खास प्रशिक्षण देकर वन और वन्यजीवो की सुरक्षा और इनके रेस्क्यू के लिए तैयार किया जाता है।वन विभाग में इनके कार्यकाल की समय सीमा तय होती है,और इसके पूरा होने के बाद इनको रिटायरमेंट दे दिया जाता है। परन्तु रिटायरमेंट के बाद भी विभाग इनकी देखभाल करता है लेकिन इन से विभागीय कोई काम नहीं लिया जाता है।
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पार्क वार्डन अमित ग्वासकोटि मुताबिक वन्य प्राणी सप्ताह के बीच 4 अक्टूबर को आयोजित होने वाले हाथी दिवस के अवसर पर हथिनी गोतमी और डॉग केनेडी और एरीस का विदाई समारोह आयोजन की तैयारी चल रही है। हथिनी गोतमी को 18 वर्ष की आयु में असम से कॉर्बेट लाया गया था। गोतमी पिछले 47 वर्षों से विभाग में अपनी सेवा दे रही है।
एलीफैंट गाइडलाइन के मुताबिक 65 से ज्यादा उम्र के हाथी से कार्य नहीं करवाया जा सकता है। दोनों स्निफर डॉग की उम्र भी 10-10 वर्ष हो चुकी है। इन दोनों ने भी पार्क की सुरक्षा व्यवस्था के तहत 8 वर्ष तक सेवाएं दी हैं । कार्यमुक्त करने के बाद गोमती से पशु चिकित्सक की सलाह पर उसके स्वास्थ्य को देखते हुए घास आदि लाने के छिटपुट काम कराए जा सकते हैं। जबकि स्निफर डॉग्स को किसी वन चौकी पर रख दिया जाएगा
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