उत्तराखंडकुमाऊंनैनीताल

मानव जीवन के लिए खतरा बन चुके बाघ का रेस्क्यू करने के लिए वन विभाग की कवायद तेज़

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रामनगर।नरभक्षी बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग द्वारा कार्य तेज़ कर दिया गया है।बाघ प्रभावित क्षेत्र में पैदल व हाथी गश्त से लेकर  ड्रोन तथा कैमरा ट्रैप से मोनिटरिंग की जा रही है।बाघ का रेस्क्यू करने के लिए तीन टीम बनाई गई हैं।जबकि दो टीमें ड्रोन से बाघ की मॉनिटरिंग करने के लिए बनाई गई है।उत्तराखण्ड मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक द्वारा बाघ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण कर जल्द से जल्द उक्त बाघ का चिन्हीकरण कर उसे रेस्क्यू करने के निर्देश दिए है।


बता दे कि बीते शनिवार की शाम को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की सर्पदुली रेंज के पनोद नाले के निकट तीन युवकों में से एक युवक को बाघ अपने जबड़े में दबाकर जंगल में ले गया।युवक का शव रामनगर वनप्रभाग की कोसी रेंज के जंगल क्षेत्र से रविवार की सुबह को बरामद हुआ।इस घटना की गम्भीरता को देखते हुए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व और रामनगर वनप्रभाग ने बाघ का रेस्क्यू करने के लिए पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दुष्यंत शर्मा,डॉ. हिमांशु पांगती,डॉ.आयुष उनियाल के नेतृत्व में तीन अलग-अलग रेस्क्यू टीमो का गठन कर बाघ प्रभावित क्षेत्र में युद्ध स्तर पर कार्य शुरू कर दिया गया है।बाघ को चिन्हित करने के लिए ड्रोन व कैमरा ट्रैप का सहारा लिया जा रहा है।ड्रोन से मॉनिटरिंग करने के लिए दो टीमें गठित की गई हैं।

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उक्त बाघ का रेस्क्यू करने के लिए वनकर्मियों द्वारा पैदल गश्त,हाथी गश्त जंगल मे की जा रही है।बाघ पर निगरानी रखने के लिए जंगल मे मचान बनाये गये है। वही जंगल के मार्गो पर वाहनों का सहारा लिया जा रहा है।वन विभाग का दावा है कि हर उन संसाधनों का प्रयोग किया जा रहा है जो हमलावर बाघ को पकड़ने के लिए सहायक हैं।इसके साथ ही शाम व रात के समय दो पहिया वाहनों के आवागमन को नियंत्रित करने के लिए वन विभाग द्वारा स्थानीय प्रशासन व पुलिस प्रशासन की मदद ली जा रही है।राष्ट्रीय राज मार्ग 309 पर पड़ने वाले गर्जिया,धनगढ़ी और मोहन क्षेत्र में स्थित होटल,दुकानों को शाम होते ही बंद करने की अपील की गयी है।

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वही मामले गंभीरता को देखते मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक समीर सिन्हा ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और इलाके के सघन गश्त करने व उक्त बाघ को चिन्हित कर तुरन्त रेस्क्यू करने के निर्देश सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को दिए है।कॉर्बेट के निदेशक धीरज पांडे द्वारा स्थानीय ग्रामीणों को बाघ का रेस्क्यू जल्द किये जाने का भरोसा दिलाते हुए ग्रामीणों से जंगल मे न जाने की अपील की है।