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पूछड़ी गांव में वन विभाग द्वारा ग्रामीणों के घरों को तोड़ने पर रोक लगाने एवं अन्य मांगों को लेकर प्रस्तावित 29 अगस्त को होने वाली महापंचायत को लेकर पूछड़ी गांव में बैठक

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रामनगर।वन ग्राम पूछड़ी में वन विभाग द्वारा ग्रामीणों के घरों को तोड़ने पर रोक लगाने, जो व्यक्ति जहां पर निवास कर रहा है उसे वहीं पर नियमित कर मालिकाना हक दिये जाने, वन‌ग्रामों को राजस्व ग्राम घोषित किए जाने व किसी भी व्यक्ति को हटाने से पूर्व उसका पुनर्वास किए जाने की मांग को लेकर 29 अगस्त को प्रस्तावित महापंचायत की तैयारी हेतु एक बैठक एकता चौक, वन ग्राम पूछड़ी में आयोजित की गई।

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बैठक में निर्णय लिया गया की 29 अगस्त की महापंचायत रामलीला मैदान नई बस्ती पूछड़ी में दिन में 11 बजे से आयोजित की जाएगी। बैठक में सभी वन ग्रामवासियों, उत्तराखंड सरकार के अतिक्रमण हटाओ अभियान से प्रभावित लोगों, जनप्रतिनिधियों, संयुक्त किसान मोर्चा व जन संगठनों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जाएगा ।

बैठक में वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड सरकार द्वारा चलाए जा रहे बेदखली और अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत वन भूमि,सिंचाई भूमि, नजूल भूमि, राजस्व भूमि आदि पर बसे लाखों लोगों के घर एवं कारोबार पर संकट आ गया है जो कि किसी मानवीय त्रासदी से कम नहीं है।

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वक्ताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन जाकर युद्ध से प्रभावित बच्चों के प्रति संवेदना व्यक्त की परंतु अपने देश के वे बच्चे जिनके परिवार के वोटों के दम पर वे प्रधानमंत्री बने हैं, उनके प्रति क्या उनकी कोई संवेदना नहीं है। यदि वे बच्चों के प्रति वाकई संवेदनशील है तो उन्हें अतिक्रमण विरोधी अभियान पर तत्काल रोक लगानी चाहिए तथा लोकसभा चुनाव से पूर्व भाजपा द्वारा किए गए वादे को निभाना चाहिए।

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बैठक में उपपा नेता प्रभात ध्यानी, समाजवादी लोक मंच के मुनीष कुमार, वन ग्राम विकास संघर्ष समिति के एस लाल, मौ ताहिर, इंकलाबी मजदूर केन्द्र के रोहित रुहेला, महिला एकता मंच की सरस्वती, ठेका मजदूर कल्याण समिति के किशन शर्मा, जुबेर, गणेश, शबीना, सीमा समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।