देहरादून।उत्तराखण्ड एसटीएफ,तराई केंद्रीय वन प्रभाग रूद्रपुर की सँयुक्त टीम ने कुख्यात चार वन्यजीव तस्करों को बाघ (Tiger)की दो खालो के साथ पकड़ने में बड़ी सफलता हासिल की है।मुखबिर की सूचना पर बाजपुर दोराहा क्षेत्र से पीछा करते हुए हरिद्वार के लक्सर वन क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है।इन शातिर वन्यजीव तस्करों को पकड़ने के लिए पिछले एक माह से संयुक्त टीमें जुटी हुई थी।
गुरुवार को एसटीएफ उत्तराखण्ड और केंद्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर टीमो ने मिलकर मुखबिर की सटीक सूचना पर कार्यवाही करते हुए उधमसिंह नगर जिले के बाजपुर दौराहा से वन्यजीव तस्करों को पीछा करते हुए हरिद्वार के लक्सर वन क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। पकड़े गये तस्करों में1.बण्टी नाथ पुत्र अमर नाथ, निवासी घोसीपुरा, थाना बंग्ला, जिला हरिद्वार। उम्र 45 वर्ष 2.रामधारी पुत्र बारमल, निवासी लिसाडा, थाना लिसाडा, तहसील बिल्लौर, जिला जालंधर , पंजाब उम्र 60 वर्ष 3.श्याम लाल उर्फ काला पुत्र तारिया बावरिया, निवासी बाँगी चै सुखियाबाद, होशियारपुर, पंजाब,उम्र 35 वर्ष और 4.हरिद्वारी पुत्र बीरबल उर्फ तोताराम बावरिया, निवासी बल्लाचोर, जिला नवाशहर, पंजाब,उम्र 30 वर्ष शामिल है।इनके कब्जे से बाघ की दो खाले और दो स्प्लेंडर मोटर साईकिल बरामद की हैं।जिनमे से एक बाइक की नम्बर प्लेट UK08 AY 0692 है।जबकि दूसरी बाइक बिना नम्बर प्लेट की बताई जा रही है।बावजूद इसके सभी चारो तस्करों को वन्यजीव अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
गौरतलब है कि वन्यजीव तस्करी का सबसे कुख्यात बाबरिया गिरोह के शातिर वन्यजीव तस्कर तोताराम का पुत्र हरिद्वारी लाल पकड़े गये तस्करों में शामिल है।बताया जा रहा है कि इन शातिर तस्करों से पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ हाथ लगी है।यह पहले भी कई बार अवैध वन्य जीव अंगो की तस्करी पहाड़ो से उत्तर प्रदेश व दिल्ली आदि राज्यों में कर चुके है।इसके अलावा अभियुक्तों से बाघों के शिकार कहाँ किया गया।इसमें कितने लोग शामिल है,साथ ही वह किस किस को वन्यजीवों के अंग व खाल बेचते है आदि जानकारियाँ जुताई गयी हैं।
इस मामले में तराई केन्द्रीय वन प्रभाग की डीएफओ डा. अभिलाषा सिंह और एसएसपी एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा बताया गया कि कुमाऊँ के जंगलों में वन्य जीव जन्तुओं के शिकार करने की काफी समय से जानकारी मिल रही थी। एक माह से इन तस्करों को पकड़ने के लिए वन विभाग व एसटीएफ की टीमें लगातार कार्य पर जुटी हुई थी।जिसका परिणाम यह हुआ कि गुरुवार को इन कुख्यात चार वन्यजीव तस्करों को बाघ की दो खालो के साथ पकड़ने में सफलता हाथ लगी।एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह द्वारा जनता से अपील की है कि वह वन्यजीवों की तस्करी करने वाले तस्करों के विरूद्व कार्यवाही हेतु तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या एसटीएफ उत्तराखण्ड (0135-2656202) से सम्पर्क करें।उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी।
कार्यवाही करने वाली पुलिस टीम में निरीक्षक एम0पी0सिंह, उपनिरीक्षक बृजभूषण गुरूरानी, कांस्टेबल महेन्द्र गिरी, कॉन्स्टेबल किशोर कुमार, कॉस्टेबल रियाज अख्तर, कॉन्स्टेबल मनमोहन सिंह, कॉन्स्टेबल संजय कुमार, कॉन्स्टेबल जगपाल सिंह, कॉन्स्टेबल गुरवंत सिंह, कॉन्स्टेबल सुरेन्द्र कनवाल व तराई केन्द्रीय वन प्रभाग टीम से रूप नारायण गौतम, वन क्षेत्राधिकारी, पीपल पड़ाव रेंज, वन दरोगा कैलाश चन्द्र तिवारी, एसओजी तराई केन्द्रीय वन प्रभाग वन दरोगा संदीप सोठा, एसओजी तराई केन्द्रीय वन प्रभाग, वन दरोगा दिनेश शाही, पीपल पड़ाव रेंज, वन आरक्षी सुरेन्द्र सिंह, वाईल्ड क्राईम कन्ट्रोल युनिट कुमाऊँ, आरक्षी चालक राहुल कनवाल, एस0ओ0जी0 तराई केन्द्रीय वन प्रभाग शामिल रहे।
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