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काँग्रेस से रामनगर विधानसभा सीट का पेंच हरीश रावत और रंजीत रावत के बीच फँसा।

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रामनगर-कांग्रेस पार्टी ने उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए 53 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है।परन्तु इस लिस्ट में रामनगर का नाम नही है।लोगो का अनुमान है कि इस सीट को इसलिए डिक्लियर नही किया गया है कि इस सीट पर काँग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और मुख्यमंत्री सलाहकार रंजीत रावत के बीच पेज फँसा हुआ है।

रामनगर की सीट विधानसभा चुनावों में हमेशा से ही हॉट सीट मानी जाती रही है।जिस कारण उत्तराखण्ड की राजनीति में अलग स्थान है।देखने में मिला है कि जिस पार्टी का विधायक यहाँ से जीता है उत्तराखण्ड में उसी की पार्टी की सरकार बनी है।

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बात करे वर्तमान समय मे तो इस समय रामनगर में काँग्रेस पार्टी दो धड़ो में बंट चुकी है एक धड़ा काँग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार रहे रंजीत सिंह रावत और दूसरा धड़ा है काँग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रह चुके हरीश रावत का दोनों ही गुट के समर्थक अपने अपने नेता को रामनगर से टिकिट दिलाने की जुस्तजू में लगे हुए है।

बता दे कि 2017 के विधानसभा चुनाव में रंजीत रावत रामनगर से चुनाव हार चुके है।पिछले पाँच वर्षों में उन्होंने रामनगर में जनता के बीच जाकर अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत बनाने का काम किया है।उन्हें काँग्रेस आलाकमान से उम्मीद है कि रामनगर से उन्हें ही पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया जायेगा।वही दूसरी और पूर्व सीएम हरीश रावत ऐसी सीट से चुनाव लड़ना चाहते है जहाँ से उनकी जीत पक्की हो।हालांकि खुल कर उन्होंने अपने मुँह से यह नही कहा कि वह रामनगर से चुनाव लड़ना चाहते है।परन्तु सम्भवना जतायी जा रही है कि हो सकता है उनके अपने कट्टर समर्थको को यह मिशन सौपा हो कि रामनगर सीट से उनके नाम का विगुल बजाना शुरू कर दो।

हालाँकि दोनों नेताओं ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है।दोनों एक दूसरे के लिए कुछ कहना नही चाहते।बावजूद इसके रंजीत रावत के समर्थक रंजीत रावत को रामनगर सीट से टिकिट मिलना तय मान कर चल रहे है।तो वही हरदा के समर्थक भी जी जान से हरदा को रामनगर से टिकिट दिलाने का चक्रव्यूह रच रहे है।इसलिए दोनों ही गुट सोशल मीडिया पर अपने अपने प्रत्याशी का खुल कर प्रचार प्रसार कर रहे है।

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बहरहाल पार्टी आलाकमान द्वारा रामनगर की सीट को अभी डिक्लियर न करना इस बात का प्रमाण माना जा सकता है कि हरदा और रंजीत के बीच पेंच फँसा हुआ है।किसको टिकिट मिलेगा यह तो आने वाला समय बतायेगा।लेकिन सोशल मीडिया पर दोनों के समर्थक अपने अपने नेता का खुल कर फेवर करने में जुटे है।