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पौड़ी गढ़वाल में फिर गुलदार का आतंक, घास काट रही महिलाओं के बीच घुसकर हमला—एक महिला गंभीर।

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पौड़ी गढ़वाल।उत्तराखंड में गुलदार के हमले थमने का नाम नहीं ले रहे। पिछले तीन दिनों में तीन लोगों पर हमला, जिनमें एक की मौत, और आज पौड़ी गढ़वाल में महिलाओं के समूह पर पुनः हमला—जंगल क्षेत्रों में दहशत का माहौल है।

बुधवार सुबह लगभग 11:15 बजे पोखड़ा विकासखंड के ग्राम सभा देवराड़ी के चंदौड़ा गांव के पास घास काट रही करीब 30 महिलाओं के बीच अचानक गुलदार घुस आया। इस दौरान गुलदार ने कंचन देवी नाम की महिला पर झपट्टा मारते हुए उसके गले पर हमला कर दिया।

महिलाएं चीखने-चिल्लाने लगीं। उनकी आवाज सुनकर ग्रामीण खेतों से दौड़ते हुए मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों को आता देख गुलदार झाड़ियों की ओर भाग गया। घायल कंचन देवी को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोखड़ा ले जाया गया, जहां से गंभीर हालत देखते हुए कोटद्वार अस्पताल रेफर कर दिया गया।

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गुस्साए ग्रामीणों का फूटा आक्रोश, रेंजर को बनाया बंधक

लगातार हो रहे हमलों से ग्रामीणों में भारी रोष है। घटना के बाद गुस्साए लोगों ने वन विभाग के रेंजर को बंधक बनाकर कड़े कदम उठाने की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से क्षेत्र में गुलदारों की बढ़ती संख्या पर विभाग कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा।

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चंपावत में मंगलवार को एक ग्रामीण की मौत

इससे एक दिन पहले चंपावत में भी गुलदार ने एक ग्रामीण को हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। लगातार घटनाओं ने पहाड़ी जिलों में भय का वातावरण बना दिया है।

पौड़ी में 5 वर्षों में 27 मौतें, 105 घायल—इस साल अब तक 5 मौतें

आंकड़े स्थिति की गंभीरता खुद बयान करते हैं।
पौड़ी जिले में पिछले पांच सालों में गुलदार

27 लोगों की जान ले चुका है

105 लोगों को घायल कर चुका है
केवल 2025 में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी हैं।

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घटना कैसे हुई—ग्रामीणों की दहशत में डूबी दास्तान

सुबह नाश्ता करने के बाद महिलाएं घास काटने निकली थीं। जानकारी के अनुसार, वापसी के दौरान अचानक झाड़ियों से गुलदार निकला और कंचन देवी पर टूट पड़ा। महिलाएं भागकर किसी तरह जान बचाने लगीं, लेकिन कंचन देवी फिसल गईं, जिससे वे गुलदार का शिकार बन गईं।साथी महिलाओं ने शोर मचाया, जिसके बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे और महिला को बचाया।पूर्व प्रमुख पोखड़ा सुरेंद्र रावत ने भी घटना की पुष्टि करते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की मांग उठाई।