रामनगर।साइंस फॉर सोसाइटी(यूनाइटेड) द्वारा रविवार को एक रेस्टोरेंट में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया।जिसमे सोसाइटी के संयोजक मदन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि देहदान के माध्यम से इंसान मृत्यु उपरांत भी समाज और मानवता की सेवा कर सकता है। उन्होंने कहा कि समाज को कुशल चिकित्सक देने हेतु उनको मानव शरीर रचना का ज्ञान होना आवश्यक है। मेडिकल छात्रों व शोधकर्ताओं को मानव शरीर के बारे में जानने, समझने व नई चिकित्सकीय तकनीकों के विकास में देहदान की महत्वपूर्ण भूमिका है ।
सोसायटी के प्रवक्ता गिरीश चंद्र ने बताया कि देहदान जागरूकता कार्यक्रम में राजकीय दून मेडिकल कॉलेज, देहरादून, शरीर रचना विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर श्री महेंद्र कुमार पंत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे और देहदान विषय में विस्तृत जानकारी व लोगों के सवालों का जबाब भी देंगे। उनके साथ असिस्टेंट प्रोफेसर श्री राजेश कुमार मौर्य भी कार्यक्रम में भागीदारी करेंगे।
ऊषा पटवाल ने कहा कि अब तक एक दर्जन से भी अधिक लोग स्वैच्छिक देहदान के लिए सहमति व्यक्त कर चुके हैं। 15 सितंबर को देहदान करने वाले लोग घोषणा पत्र जारी कर मृत्यु उपरांत देहदान करने की शपथ लेगें। उन्होंने कहा कि देहदान के लिए इच्छुक व्यक्ति साइंस फॉर सोसायटी से संपर्क कर देहदान का फार्म भर सकते हैं। इसके लिए उन्हें स्वयं का घोषणा पत्र,दो गवाह , 4 फोटो व आधार कार्ड की आवश्यकता होगी। 18 वर्ष से अधिक उम्र का किसी भी जाति, धर्म व लिंग का कोई भी व्यक्ति देहदान कर सकता है।
सोसायटी ने उम्मीद जताई कि देहदान जागरूकता कार्यक्रम से लोगों में देहदान के प्रति समाज में जागरूक बढ़ेगीऔर मेडिकल कॉलेज में रिसर्च व शिक्षा के लिए और अधिक मानव देह उपलब्ध हो पाएंगी।
सोसायटी ने प्रेस वार्ता में देहदान से संबंधित सवालों का जवाब देते हुए पर्चा भी जारी किया।
पत्रकार वार्ता में मदन सिंह, गिरीश चंद्र, ऊषा पटवाल, वीर सिंह, जमनराम व हेम आर्य मौजूद थे।
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