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रामनगर(उत्तराखंड):मानव वन्यजीव संघर्ष की बढ़ती घटनाओं और विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे आक्रोशित ग्रामीणों के मध्य सामंजस्य बैठाने के लिए वनविभाग के अधिकारियों की एक बैठक का आयोजन सेमलखलिया गांव में किया गया।बैठक में विभागीय अधिकारियों के अलावा ग्राम प्रधान,ई०डी०सी० अध्यक्ष और ग्रामीण मौजूद रहे।
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को सेमलखलियां गांव में उप प्रभागीय वनाधिकारी कालागढ़ की उपस्थिति में कार्बेट टाइगर रिजर्व की बेला रेंज एवं तराई पश्चिमी वन प्रभाग की आमपोखरा रेंज के वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा ग्रामीणों के साथ विभिन्न मुद्दों को लेकर बैठक की गई।बैठक में ग्राम प्रधान, ईडीसी अध्यक्ष व ग्रामीणों ने भाग लिया।बैठक में सबसे बढ़ा मुद्दा मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं पर लगाम लगाए जाने को लेकर उठाया गया।जिसमे वनकर्मियों की संयुक्त गश्त बढ़ाई जाने को लेकर सहमति बनी।इसके साथ ही वन्यजीव ग्रामीणों की फसलों को नुकसान ना पहुंचा सके,फसलों की सुरक्षा को लेकर सोलर फैन्सिंग चालित होना आवश्यक है इसको लेकर गहन मंथन किया गया।इसके अलावा बंदरों के आतंक से निजात पाने के लिए इन्हें पकड़ कर दूर वन क्षेत्रों में छोड़ा जाना चाहिए ।
ग्रामीणों को इन समस्याओं से निजात मिल सके त्वरित समाधान करने के क्रम में मानव वन्य जीव संघर्ष न्यूनीकरण हेतु सिद्धार्थ रावत वन दरोगा एवं शोबन राम वन दरोगा के नेतृत्व में गश्ती टीम का गठन कर दिया गया है। अन्य विषयों पर अग्रेत्तर कार्यवाही की जायेगी।
बैठक में शालिनी जोशी, उप प्रभागीय वनाधिकारी, कालागढ,अजय कुमार ध्यानी वन क्षेत्राधिकारी ढेला,सिद्धार्थ रावत वन दरोगा,शोबन राम वन दरोगा एवं ढेला एवं तराई पश्चिमी वन प्रभाग के कर्मचारीगण,देवेन्द्र सिंह परिहार ग्राम प्रधान सेमलखलिया,खीमानन्द पंचोली ई०डी०अध्यक्ष सेमलखलिया,अनीता गुसाई ई०डी०सी० सदस्य वह अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।
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