काशीपुर(उत्तराखंड):काशीपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय चौधरी गिरफ्तारी के बाद पुलिस द्वारा न्यायालय मे पेश किया गया।जहाँ उन्हे सिविल जज जूनियर डिविजन करिश्मा डंगवाल की अदालत से बड़ा रिलीव देते हुए उनकी तुरन्त रिहाई के आदेश दिये है।जिससे से अधिवक्ताओं मे खुशी की लहर दौड़ गयी।
गौरतलब है कि बार एसोसिएशन के अध्यक्ष को काशीपुर पुलिस द्वारा पुलिसकर्मी से फोन पर गाली गलौज और अभद्र व्यवहार का आरोप लगाए जाने के बाद मुकदमा दर्ज कर शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था।अध्यक्ष संजय चौधरी पर कुंडेश्वरी पुलिस चौकी में तैनात पुलिसकर्मी हरि सिंह से अभद्रता और गाली गलौज कर धमकी देने का आरोप था।जिसके बाद पुलिस ने अध्यक्ष पर धारा 153 ए, 186, 504, 506 आईपीसी के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया था।पुलिस द्वारा न्यायालय के समक्ष अध्यक्ष संजय चौधरी का रिमांड पेश किया गया था।जिसकी सुनवाई सिविल जज जूनियर डिविजन करिश्मा डंगवाल ने की पुलिस की ओर से काशीपुर सीओ वन्दना वर्मा और कुंडेश्वरी पुलिस चौकी इंचार्ज विनोद जोशी द्वारा बहस की गई।दूसरी ओर संजय चौधरी की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता अरुण तिवारी, आनंद रस्तोगी, शैलेंद्र मिश्रा, कश्मीर सिंह, राम कुमार चौहान आदि अधिवक्ताओं ने बहस की।न्यायाधीश करिश्मा डंगवाल ने दोनो पक्षो की बहस सुनने के बाद पुलिस द्वारा न्यायालय मे पेश की गयी रिमांड को खारिज करते हुए बार एसोसिएशन के अध्यक्ष को तुरन्त रिहा करने के आदेश दिये।
संजय चौधरी के पक्ष मे फैसला आते है अधिवक्ताओं मे खुशी की लहर दौड़ गयी।जिसके बाद अधिवक्ताओं ने विजयी जुलुस निकाल कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और मिठाइयाँ वितरित की।इस मौके पर काशीपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय चौधरी ने कहा कि पूरा देश कानून से चलता है।मुझे पुलिस द्वारा जबरदस्ती झूठा फंसाया गया था। न्यायालय ने यह निर्णय देकर न्याय के प्रति लोगों की भावना को उजागर किया है।
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