उत्तराखंडकुमाऊंनैनीतालसमस्या

राज्यान्दोलनकारियो व देव भूमि विकास मंच का रामनगर सँयुक्त चिकित्सालय में मूलभूत सुविधाओ के आभाव में एक दिवसीय धरना।

ख़बर शेयर करें


रामनगर-रामनगर के सरकारी अस्पताल में प्रधानमंत्री जन औषधिकेन्द्र नियमित रूप से सुचारु करने व फार्मासिस्ट तथा कर्मचारियों को बहाल एवम नियमित करने को लेकर राज्य आन्दोलनकारी संगठन व देव भूमि विकास मंच के बैनर तले।सँयुक्त चिकित्सालय गेट पर एक दिवसीय घरना प्रदर्शन किया गया।रामनगर के स्वर्गीय रामदत्त जोशी सँयुक्त चिकित्साल धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

धरना प्रदर्शन।

प्रदर्शनकारी व राज्य आन्दोलनकारी प्रभात ध्यानी ने कहा कि रामनगर के सरकारी अस्पताल को जिस अनुबंध के तहत पीपीपी मोड पर दिया गया था उसके तहत यहां मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है,तथा अस्पताल को महज एक रेफर सेंटर बना दिया गया।जिससे यहां आने वाले मरीजों को उपचार न मिलने के कारण निजी अस्पतालों की शरण में जाकर महंगे दामों में उपचार कराने के लिए मजबूर होना पड़ा है।सभा में बोलते हुए राज्य आंदोलनकारी हल्द्वानी महाविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मोहन पाठक ने कहा कि आज कुमाऊं मंडल के सभी सरकारी अस्पतालों व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की हालत बहुत ज्यादा खराब हो चुकी है तथा मरीज उपचार न मिलने के कारण सरकारी अस्पतालों में ना जाकर प्राइवेट अस्पतालों में जाने के लिए मजबूर है उन्होंने कहा कि वह पिछले 1 साल से सरकार से सरकारी अस्पतालों की स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने की मांग करते आ रहे हैं लेकिन सरकार पूरी तरह मौन साध कर बैठी हुई है उन्होंने कहा कि कुमाऊं मंडल के हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल की स्थिति भी आज बहुत ज्यादा खराब हो चुकी है तथा यहां भी मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं न मिलने के कारण परेशान होना पड़ रहा है उन्होंने कहा कि सुशीला तिवारी अस्पताल रीड की हड्डी के रूप में माना जाता है लेकिन आज यहां की सुविधाओं का अभाव बना हुआ है उन्होंने कहा कि सुशीला तिवारी अस्पताल को एम्स की तर्ज पर विकसित किया जाए ताकि यहां आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सके धरना स्थल पर हुई सभा के बाद चिकित्सालय के सीएमएस डॉक्टर मणि भूषण पंत के माध्यम से एक ज्ञापन देश के प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री के अलावा जिलाधिकारी नैनीताल को भी भेजा गया ज्ञापन में कहां गया है कि रामनगर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सृजित रिक्त पदों के अनुसार डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति की जाए अस्पताल में बलगम से लेकर सभी तरीके की जांच उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए सुशीला तिवारी अस्पताल को एम्स की तर्ज पर विकसित किया जाए रामनगर स्थित अस्पताल में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र को सुचारू व नियमित रूप से चलाते हुए यहां पूर्व में कार्यरत फार्मासिस्ट व अन्य स्टाफ की बहाली कर नियमित किया जाए तथा सरकार द्वारा रामनगर अस्पताल के संदर्भ में शिवम कंपनी पीपीपी मोड से किए गए अनुबंध के तहत सभी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए तथा सचल वाहन एंबुलेंस में अनुबंध के आधार पर सभी सुविधाएं उपकरण एवं चिकित्सकों को भेजना भी सुनिश्चित किया जाए।